लखनऊ,( मानवी मीडिया) प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के टीबी मुक्त अभियान को जन-जन तक पहुंचाने और योजना के प्रभावी क्रियान्वयन पर विचार-विमर्श के उद्देश्य से आज नगर निगम सभागार, लालबाग में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी की अध्यक्षता महापौर सुषमा खर्कवाल ने की।
*पर्यावरणीय लाभ हमारे अपनों के लिए होगा*
गोष्ठी के प्रारंभ में महापौर ने अपने संबोधन में सौर ऊर्जा के महत्व और इसके पर्यावरणीय लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना न केवल बिजली की खपत कम करेगी, बल्कि इसे अपनाने से पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही उन्होंने टीबी को लेकर लोगों को जागरूकता फैलाने के लिए अहम कदम बताया। महापौर ने कहा कि हमें माननीय प्रधानमंत्री जी के टीबी मुक्त भारत अभियान को जल्द से जल्द पूरा करना है जिससे कि हमारी आने वाली पीढ़ी इस बीमारी से मुक्त हो सके।
*सब मिलकर बचा सकेंगे पर्यावरण*कार्यक्रम में नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने योजना को लागू करने में नगर निगम की भूमिका और नागरिकों के सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लखनऊ को सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए सभी संबंधित विभागों को मिलकर काम करना होगा। टीबी मुक्त अभियान को नगर निगम हर वार्ड मोहल्ले में लेकर जाएगा। इसके लिए माननीय पार्षदों के साथ मिलकर हम टीबी मुक्त अभियान को तेजी से फैलाएंगे।
*टीबी को लेकर लगाएंगे वार्ड में जागरूकता कैंप*
*सीएमओ लखनऊ डॉ. एन.बी. सिंह ने कहा कि क्षय रोग एक संक्रामक बीमारी है। इससे प्रति वर्ष लगभग 1.5 मिलियन लोग काल के गाल में समा जाते हैं। पूरे भारत में भी यह बीमारी एक बहुत बड़ी समस्या है। क्षय रोग के प्रति लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। टीबी रोग के प्रति लोगों में जानकारी का अभाव है। देश में टीबी के फैलने का मुख्य कारण इस बीमारी के लिए लोगों को सचेत न होना और इसे शुरूआती दौर में गंभीरता से न लेना है। टीबी किसी को भी हो सकता है, लेकिन नियमित दवा के सेवन से यह ठीक भी हो जाता है। ऐसे में शहर में लोगों को जागरूक करने के लिए हर वार्ड में माननीय पार्षदों कि मदद से स्वास्थ्य विभाग लोगों को जागरूक करने के लिए कैंप लगाएगा।*
*ये होते हैं टीबी के लक्षण**केजीएमयू के रेस्पिरेट्री मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डॉ. सूर्यकांत त्रिपाठी ने बताया कि 2 हफ्ते से ज्यादा लगातार खांसी, खांसी के साथ बलगम आ रहा हो, कभी-कभार खून भी, भूख कम लगना, लगातार वजन कम होना, शाम या रात के वक्त बुखार आना, सर्दी में भी पसीना आना, सांस उखड़ना या सांस लेते हुए सीने में दर्द होना, इनमें से कोई भी लक्षण हो सकता है और कई बार कोई लक्षण नहीं भी होता। कैंसर या ब्रॉन्काइटिस से अलग कैसे टीबी के कई लक्षण कैंसर और ब्रॉन्काइटिस के लक्षणों से भी मेल खाते हैं।*
*बिजली बचत के साथ बनेगा आय का साधन*
इसके बाद यूपीनेडा के सचिव पंकज सिंह ने योजना की तकनीकी जानकारी और सब्सिडी की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत उपभोक्ताओं को सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है, जिससे बिजली के बिल में कमी आएगी और अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में बेचकर आय भी अर्जित की जा सकती है।
*पार्षदगण व नागरिकों को किया गया जागरूक*
इस विचार गोष्ठी में कई माननीय पार्षदगण, यूपीनेडा के अधिकारीगण, और नागरिकों ने भी अपने विचार साझा किए। गोष्ठी के अंत में, सभी प्रतिभागियों ने इस योजना को सफल बनाने के लिए मिलकर कार्य करने का संकल्प लिया। इस गोष्ठी का मुख्य उद्देश्य सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना, नागरिकों को प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के लाभों के बारे में जागरूक करना और इसके क्रियान्वयन में आने वाली चुनौतियों पर चर्चा करना था।
*इस तरह कर सकते हैं आवेदन*
प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ़्त बिजली योजना के लिए ऑनलाइन या ऑफ़लाइन आवेदन किया जा सकता है। ऑनलाइन आवेदन के लिए, आधिकारिक वेबसाइट pmsuryaghar.gov.in पर जाएं। वहीं, ऑफ़लाइन आवेदन के लिए, नज़दीकी पोस्ट ऑफ़िस पर जाएं।
ऑनलाइन आवेदन करने का तरीका:
आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
पंजीकरण के लिए ज़रूरी जानकारी दें।
अपना राज्य चुनें।
अपनी बिजली वितरण कंपनी चुनें।
अपना बिजली उपभोक्ता नंबर डालें।
मोबाइल नंबर और ईमेल डालें।
पोर्टल से दिए गए निर्देशों का पालन करें।
इस योजना का लाभ लेने के लिए, ज़रूरी जानकारी देने के बाद, उपभोक्ता विक्रेता और सोलर इकाई के निर्माता का चयन कर सकते हैं।