लखनऊ (मानवी मीडिया) राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान, उत्तर प्रदेश ने इस बार लखनऊ के पांच रचनाकारों को पुरस्कार के लिए चुना है। इनमें उत्तर प्रदेश विधानसभा की सुरक्षा सहायक (महिला) सुश्री सुफलता त्रिपाठी का नाम भी शामिल है। उन्हें गया प्रसाद शुक्ल 'सनेही' पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम का आयोजन आगामी 19 जनवरी को मालवीय सभागार लखनऊ विश्वविद्यालय में किया जाएगा। राज्य सरकार की योजना के अंतर्गत यह संस्थान साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए एक लाख रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान करता है।
सुफलता त्रिपाठी का जन्म 15 जून 1973 को लखनऊ में हुआ। उनके पिता, सुशील त्रिपाठी, अपने समय के वरिष्ठ हास्य-व्यंग्य कवि रहे हैं, जबकि उनकी माता, श्रीमती उर्मिला त्रिपाठी, एक सशक्त प्रेरणा रही हैं।सुश्री सुफलता त्रिपाठी ने लखनऊ विश्वविद्यालय से स्नातक तथा कानपुर विश्वविद्यालय से परास्नातक की शिक्षा प्राप्त की। वर्ष 1987 में उन्होंने पहली कविता माँ सरस्वती की वंदना के रूप में लिखी और लखनऊ की अगीत साहित्य परिषद द्वारा आयोजित कवि गोष्ठी में पढ़कर अपने साहित्यिक सफर की शुरुआत की। इसके बाद, उन्हें अखिल भारतीय कवि सम्मेलनों में आमंत्रित किया जाने लगा।
वर्ष 1999 से वे उत्तर प्रदेश विधानसभा में महिला मार्शल के पद पर कार्यरत हैं। सुफलता को पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है।सुश्री सुफलता त्रिपाठी की तीन काव्य कृतियाँ प्रकाशित हो चुकी हैं। उन्होंने देश और विदेश में अपने काव्य पाठ से ख्याति अर्जित की है। उनकी रचनाएँ आकाशवाणी, दूरदर्शन और अन्य प्रमुख चैनलों पर प्रसारित होती रही हैं। अपनी उत्कृष्ट कविताओं के लिए वे कई बार सम्मानित हो चुकी हैं।
राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान द्वारा इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुने जाने पर साहित्यिक जगत ने उन्हें बधाई दी है।