तेल अवीव/गाजा (मानवी मीडिया): हमास द्वारा 471 दिनों तक बंधक बनाकर रखी गईं तीन इजरायली महिलाएँ आखिरकार रिहा होकर अपने देश लौट आई हैं। इजरायली सेना (आईडीएफ) ने रविवार को यह घोषणा की कि रोमी गोनेन (24), एमिली दामरी (28) और डोरोन स्टीनब्रेचर (31) इजराइल पहुँच चुकी हैं और अपने परिवारों से फिर से मिल गई हैं। आईडीएफ ने इस मिलन की तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा कीं। इजराइल और हमास के बीच हुए युद्धविराम के कुछ घंटों बाद ही इन महिलाओं को रिहा किया गया। अपनी बेटियों के लौटने का इंतजार कर रहीं माताओं के लिए यह एक भावुक पल था।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने रिहा हुए बंधकों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देते हुए उनके ठीक होने की बात कही। तेल अवीव में बड़ी स्क्रीन पर इस खबर को देखने के लिए हजारों लोग इकट्ठा हुए और खुशी से झूम उठे। महीनों से कई लोग युद्धविराम समझौते की मांग को लेकर शहर के मुख्य चौराहे पर प्रदर्शन कर रहे थे। महिलाओं के परिवार वाले नाच रहे थे, तालियां बजा रहे थे और भावुक होकर रो रहे थे।इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बताया कि रिहा की गईं तीनों महिलाओं का 7 अक्टूबर, 2023 को दक्षिणी इजराइल में नोवा म्यूजिक फेस्टिवल से अपहरण कर लिया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि आगामी हफ्तों में बाकी बंधकों की रिहाई पर भी सहमति बनी है।
युद्धविराम और बंधकों की रिहाई से इजराइलियों में उम्मीद की लहर तो है, लेकिन साथ ही कुछ बेचैनी भी है। कई लोगों को डर है कि तीन चरणों वाला यह समझौता सभी बंधकों के लौटने से पहले ही टूट सकता है। कुछ लोगों को यह भी चिंता है कि मारे गए बंधकों की संख्या अनुमान से कहीं ज्यादा हो सकती है।
समझौते के तहत अब 90 फिलिस्तीनी कैदियों को भी रिहा किया जाएगा। युद्धविराम के 42 दिवसीय पहले चरण में गाजा से 33 बंधकों को वापस लाया जाएगा और बदले में सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों और बंदियों को रिहा किया जाएगा। कई विस्थापित फिलिस्तीनी भी अपने घरों को लौट सकेंगे।
पिछले हफ्ते अमेरिका, कतर और मिस्र की मध्यस्थता के बाद इस युद्धविराम समझौते की घोषणा की गई थी। अमेरिका के बाइडेन प्रशासन और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, दोनों ने ही अमेरिका में राष्ट्रपति पद के शपथ ग्रहण से पहले इस समझौते पर पहुँचने के लिए दबाव बनाया था।