उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश विगत 07 वर्षों में विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर हुआ है। आज यह देश के अग्रणी राज्यों में से एक है। युवा प्रदेश की विरासत और विकास की यात्रा में सहभागी बन रहे हैं। सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत हमारी परम्परा के साथ जुड़ी हुई है। वर्तमान में विरासत का सम्मान किया जा रहा है तथा देश व प्रदेश के उज्ज्वल भविष्य की रूपरेखा तैयार की जा रही है। इस कार्य को और अधिक मजबूती प्रदान करने के लिए प्रदेश के युवाओं को राष्ट्रीय युवा उत्सव में भागीदार बनने का सौभाग्य प्राप्त होने जा रहा है।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर 10 से 12 जनवरी, 2025 तक भारत मण्डपम, नई दिल्ली में आयोजित होने वाले 28वें राष्ट्रीय युवा उत्सव में उत्तर प्रदेश के प्रतिभागी दल का फ्लैग ऑफ करने से पूर्व, इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इसके पश्चात उन्होंने प्रदेश के प्रतिभागी दल को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि 12 जनवरी देश भर के युवाओं के लिए उत्सव की तिथि के रूप में जानी जाती है। इस तिथि पर भारत को वैश्विक पटल पर आध्यात्मिक तथा सांस्कृतिक पहचान दिलाने वाले स्वामी विवेकानंद की जयन्ती राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाई जाती है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा से इस अवसर पर विगत कई वर्षों से प्रतिवर्ष राष्ट्रीय युवा उत्सव आयोजित किया जाता है, जिसमें कार्यक्रमों की लम्बी श्रृंखला सम्मिलित होती है। इन कार्यक्रमों में भागीदारी कर युवाओं को देश के बारे में बहुत कुछ जानने व सीखने का अवसर प्राप्त होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं के लिए इस वर्ष का कार्यक्रम इसलिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस दौरान युवाओं को प्रधानमंत्री जी व रक्षा मंत्री जी के साथ इण्टरएक्शन करने का अद्भुत अवसर प्राप्त होगा। आज राष्ट्रीय युवा उत्सव के लिए प्रदेश की प्रतिभागी टीम को रवाना किया जा रहा है।
63 युवाओं की यह टीम विभिन्न प्रकार के आयोजनों में भागीदार बनेगी। इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक व कौशल विकास आदि से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश के प्रतिभागी युवा राज्य की अमिट छाप छोड़ने व प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों, ‘एक जनपद, एक उत्पाद योजना’ के माध्यम से राज्य की प्राचीन विधाओं को प्रस्तुत करने में सफल होंगे। यह विधाएं कौशल विकास की उदाहरण हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्किल डेवलपमेन्ट को केवल वर्तमान पैमाने पर नहीं आंका जाना चाहिए। स्किल डेवलपमेन्ट के माध्यम से कभी मुरादाबाद पीतल, अलीगढ़ हार्डवेयर, फिरोजाबाद ग्लास, लखनऊ चिकनकारी, मेरठ खेल का सामान, सहारनपुर वुडन वर्क, भदोही कालीन तथा वाराणसी रेशमी वस्त्र के महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में स्थापित हुआ होगा। यह सभी केंद्र प्राचीन विरासत के प्रतीक हैं।