उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) एसटीएफ (विशेष कार्य बल) ने खुद को सीबीआई अफसर बताकर लोगों से ठगी करने वाले तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। ये तीनों अपराधी कंबोडिया से संचालित चीनी साइबर ठग गैंग की मदद से डिजिटल अपराध को अंजाम देते थे।
कैसे करते थे ठगी?
पुलिस के अनुसार, ये आरोपी सीबीआई, नारकोटिक्स और क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर लोगों को डराते और उनसे ठगी करते थे। अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि कंबोडिया स्थित चीनी गैंग की मदद से वे डिजिटल तरीके से लोगों को "डिजिटल अरेस्ट" कर अकाउंट खाली करवा लेते थे।
साइबर ठगी के बड़े मामलों का खुलासा
एसटीएफ की पूछताछ में पता चला कि यह गिरोह एक सुनियोजित चेन बनाकर साइबर अपराध को अंजाम देता था। पिछले तीन-चार महीनों में उन्होंने कई बड़े साइबर ठगी के मामलों को अंजाम दिया, जिनमें:
- नोएडा: आईसीआईसीआई बैंक के बिजनेस अकाउंट से ₹8 करोड़ की ठगी।
- जयपुर: केवी बैंक के अकाउंट से ₹1.5 करोड़ की ठगी।
- दिल्ली: केनरा बैंक के अकाउंट से ₹1.5 करोड़ की ठगी।
- केरल: यस बैंक के खाते से ₹3 करोड़ की ठगी।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों के नाम हर्ष, गगन, और शाम बताए गए हैं। तीनों की उम्र करीब 35 साल है। एसटीएफ का कहना है कि इनसे और भी अहम जानकारियां निकलने की संभावना है, जिससे कई और साइबर अपराधों का भंडाफोड़ हो सकता है।
एसटीएफ ने किया बड़ा भंडाफोड़
एसटीएफ ने कहा कि यह गैंग सात-आठ लेयर की चेन बनाकर काम करता था। इस जालसाजी में उनका मुख्य उद्देश्य लोगों को डराकर डिजिटल तरीके से उनके अकाउंट खाली करना था।