ढाका (मानवी मीडिया): भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों में तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी बीच, बांग्लादेश की मुख्य विपक्षी पार्टी, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने भारतीय उत्पादों के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है। बीएनपी के वरिष्ठ नेता एडवोकेट रूहुल कबीर रिजवी ने राजशाही नगर में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान भारतीय उत्पादों को जलाया।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिसरी ढाका के दो दिवसीय दौरे पर हैं। मिसरी ने अपनी बैठक में बांग्लादेश सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया था। लेकिन विपक्षी पार्टी बीएनपी ने भारत के इस दौरे का विरोध करते हुए भारतीय उत्पादों का बहिष्कार करने का फैसला किया।
रिजवी ने एक विरोध प्रदर्शन के दौरान जयपुर में निर्मित एक चादर को आग के हवाले कर दिया। उन्होंने कहा कि यह चादर भारत के राजस्थान की राजधानी जयपुर में बनी है और इसे भारत के आक्रमण के खिलाफ विरोध जताने के लिए जलाया जा रहा है।
यह पहली बार नहीं है जब रिजवी ने भारतीय उत्पादों का बहिष्कार किया हो। पिछले हफ्ते उन्होंने भारत में बांग्लादेशी राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के खिलाफ अपनी पत्नी की भारत निर्मित साड़ी को आग के हवाले कर दिया था। इससे पहले इस साल की शुरुआत में, मार्च में भी रिजवी ने इसी तरह के विरोध प्रदर्शन के तहत अपने पहने हुए भारतीय शॉल को फेंक दिया था।
बीएनपी नेता के इन कार्यों से दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है। भारत ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों की निंदा की है। वहीं, बांग्लादेश की विपक्षी पार्टी भारत को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रही है।