लखनऊ,( मानवी मीडिया)उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि विधायकों को सकारात्मक और नकारात्मक मीडिया के बीच संतुलन बनाते हुए जनता से समन्वय स्थापित करना चाहिए। विधायकों को अपने कार्यों में इतना विश्वास होना चाहिए कि नकारात्मक टिप्पणियों का उन पर कोई प्रभाव न पड़े। उन्होंने विधायकों से जनता के साथ निरंतर संवाद बनाए रखने और सोशल मीडिया के माध्यम से सक्रिय रहने का आग्रह किया। आज जनता अपने जनप्रतिनिधियों को प्रतिदिन अपने करीब देखना चाहती है।
राजधानी के होटल सेंट्रम में श्री महाना ने ‘‘वोट बनाम लाइक - असत्य समाचारों और कृत्रिम मीडिया के युग में लोकतांत्रिक लचीलापन सुदृढ़ करने में संसद की भूमिका’’ विषय पर आयोजित विधायक समूह की बैठक के दूसरे दिन यह बातें कही ।
श्री महाना ने कहा कि राजनीति में लोगों को नाराज करना आसान है, लेकिन खुश रखना कठिन है। इसलिए विधायकों को चाहिए कि वे अपने क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों का श्रेय लेने में संकोच न करें। उन्होंने कहा कि जनता की समस्याओं को समझना और उनका समाधान करना जनप्रतिनिधियों का प्राथमिक कर्तव्य है।श्री महाना ने कहा कि 'लाइक' कभी भी 'वोट' का विकल्प नहीं हो सकते। 'वोट' हमेशा असली होते हैं, लेकिन 'लाइक' नहीं हो सकते हैं। इसलिए विधायकों को डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हुए जनता के बीच अपनी साख और कार्यों को मजबूत करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि डिजिटल प्रगति के साथ असत्य समाचारों और कृत्रिम मीडिया के खतरों को रोकने में विधायिका की भूमिका महत्वपूर्ण है। भविष्य में विधायिका इस चुनौती से निपटने के लिए प्रभावी कदम उठाएगी और नकारात्मक प्रभावों पर विजय प्राप्त करेगी।
उन्होंने विधायकों को सुझाव दिया कि वे अपने क्षेत्र के विभिन्न वर्गों के लोगों को विधानसभा की कार्यप्रणाली और उपयोगिता से अवगत कराएं। इसके लिए उन्हें विधानसभा भ्रमण के लिए आमंत्रित किया जाए ताकि जनता विधानसभा की भूमिका और विधायकों के कार्यों को बेहतर ढंग से समझ सके।
विधायकों ने भी साझा किए विचार
बैठक में उपस्थित विधायकों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। वरिष्ठ विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव ने कहा कि सोशल मीडिया से घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि अपने कार्यों के माध्यम से जनता का विश्वास अर्जित किया जा सकता है।
राजीव गुम्बर ने सोशल मीडिया को ‘दुधारी तलवार’ बताते हुए सतर्कता बरतने की सलाह दी। वहीं, श्री कवीन्द्र चौधरी ने कहा कि सोशल मीडिया सूचनाएं प्राप्त करने का आसान माध्यम है और इसका सकारात्मक उपयोग किया जाना चाहिए।
बैठक में डा. अमित सिंह चौहान, सुहेब उर्फ मन्नू अंसारी, सुरेन्द्र कुशवाहा, बाबूराम, चन्द्रपाल सिंह, हरिओम, विनोद शंकर अवस्थी, सुरेन्द्र दिलेर, प्रदीप शुक्ल, विवेकानन्द पाण्डेय, देवेन्द्र निम, मनीष कुमार, सुरेन्द्र कुमार कुशवाहा, पंचानन्द पाठक, मोहन वर्मा, विनय प्रकाश गोंड और अखिलेश सहित कई अन्य विधायकों ने कार्यक्रम में भाग लिया और अपने विचार रखे।