लखनऊ : (मानवी मीडिया) आज आखिरी रात है। बाय बाय। दफा हो...। आज तलाक हो गया है। होशो हवास में तलाक दिया है...नशा उतार दिया। पत्नी के व्हाट्सएप पर इस चैट के साथ पति रियान का वॉयस मैसेज आता है। इसमें वह कहता है- तू हमेशा मेरे से बहाना बताएगी। अब मैं तेरे साथ नहीं रहना चाहता हूं। मैं तुमको तलाक देता हूं...। सियासत पूरी हो गई तुम्हारी...। माशा अल्लाह अब तुम आजाद हो। कुछ भी करो आज से दोनों जगह से ब्लाक हो तुम। पत्नी इफ्ती बेगम (बदला हुआ नाम) लखनऊ में रहती हैं। पति ने उसे यह मैसेज खाड़ी देश कतर से भेजा। पत्नी का कहना है कि वह शादी के बाद भी एक्स्ट्रा-मैरिटल अफेयर रखता है। विरोध करती हूं तो मारपीट करता है। अब तलाक का मैसेज भेजा है। हमारे दो छोटे बच्चे हैं। मैं इनको लेकर कहां जाऊं। इनकी पढ़ाई-लिखाई और रहने खाने का खर्चा कौन देगा?महिला के दो मासूम बच्चे हैं। वो कहती है कि इनको मैं कैसे संभालूंगी। कंप्लेन की तो फेंक देंगे तेजाब, सजा उतनी ही होगी इफ्ती के पास ये मैसेज सोमवार शाम साढे़ 7 बजे आए। दोनों की रात तक फोन पर बातचीत चलती रही। मंगलवार सुबह वह बाजार खाला थाने पहुंची। यहां पुलिस द्वारा FIR नहीं दर्ज की गई। उसे हजरतगंज महिला थाना भेजा गया। यहां भी FIR नहीं दर्ज हुई है। तलाक देने के बाद अब लगातार जान से मारने की धमकी दे रहा है। कहता है- पुलिस कंप्लेन करेगी तो तेजाब फेंक देंगे। सजा तो उतनी ही होगी। ससुर ने चाकू से किया हमला इफ्ती कहती हैं- जून 2024 में पति कतर चला गया। मैं बच्चों को साथ लेकर किराए के मकान में ससुर के साथ रहती थी। उसके जाने के बाद ससुर बदतमीजी करने लगा। विरोध की तो चाकू से भी हमला कर दिया। मैंने उनके साथ रहने से मना कर दिया। बाजार खाला थाने में हमले की शिकायत दर्ज कराने पहुंची, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
पति हमारी रेकी करा रहे इफ्ती दो महीने से अपनी मां के घर रह रही थीं। वह कहती हैं, अब हमारे पास न तो मायके से कोई सहयोग है, न ससुराल से। दोनों बच्चों के साथ जिंदगी मुश्किल से गुजर रही है। मैं 1 महीने से थाना पुलिस करते-करते थक गई हूं। कहीं कोई नहीं सुनता। पति ने हमारे पीछे कुछ लोग लगा रखे हैं। वो हमारी रेकी करते हैं। इंस्पेक्टर बोले- तहरीर नहीं मिली वहीं मामले में बाजार खाला इंस्पेक्टर संतोष कुमार ने कहा की तलाक पीड़िता से मेरी मुलाकात नहीं हुई और अभी तक कोई तहरीर भी नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। 'मैं चीखती रही, चिल्लाती रही, इज्जत की दुहाई देती रही, लेकिन वह हैवानियत से बाज नहीं आ रहे थे। कार की पिछली सीट पर मेरी इज्जत लूटते रहे। हिम्मत जुटा के विरोध करने की कोशिश करती तो बुरी तरह पीटते। करीब तीन घंटे तक चलती कार में मेरे साथ गैंगरेप हुआ। कार बस उतनी देर रुकती, जितनी देर साथ में चल रही कार से दूसरा युवक हमारी कार में आता।