लखनऊ (मानवी मीडिया)किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू), लखनऊ के सेंटर फॉर एडवांस रिसर्च (CFAR) ने 24 दिसंबर 2024 को अपने पहले स्थापना दिवस का भव्य आयोजन किया। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय परिसर के प्रसिद्ध कलाम सेंटर, कक्ष संख्या 215 में हुआ। इस खास मौके पर फैकल्टी, छात्र, और कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और इस उपलब्धि का उत्साहपूर्वक जश्न मनाया।
कार्यक्रम की शुरुआत दोपहर 2:15 बजे हुई। इसमें अतिथियों का फूलों से स्वागत किया गया। मुख्य अतिथि,
केजीएमयू की कुलपति प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। उनके साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. कौशिक मंडल (प्रोफेसर, मेडिकल जेनेटिक्स, एसजीपीजीआईएमएस, लखनऊ) भी मौजूद थे। इसके अलावा, कार्यक्रम में प्रो. अजीत कौर (प्रो-वाइस चांसलर, केजीएमयू), प्रो. अमिता जैन (डीन एकेडमिक्स, केजीएमयू) और प्रो. हरदीप सिंह मल्होत्रा (डीन रिसर्च, केजीएमयू) जैसे प्रतिष्ठित व्यक्ति भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना से हुआ। इसके बाद, प्रो. विमला वेंकटेश (फैकल्टी इंचार्ज, सेंटर फॉर एडवांस रिसर्च) ने स्वागत भाषण दिया और विभाग की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की।कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण डॉ. कौशिक मंडल का मुख्य भाषण, "डायग्नोस्टिक्सः जेनेटिक डिसऑर्डर्स के प्रबंधन की आधारशिला" रहा। उन्होंने बताया कि कैसे सही डायग्नोस्टिक्स (निदान) स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और जटिल अनुवांशिक बीमारियों के प्रबंधन में अहम भूमिका निभाता है। कार्यक्रम का समापन डॉ. नीतू निगम द्वारा धन्यवाद ज्ञापन और राष्ट्रगान के साथ हुआ। इसके बाद सभी के लिए हाई टी रखी गई।
प्रो. विमला वेंकटेश के नेतृत्व में आयोजन टीम ने पूरे कार्यक्रम को बेहतरीन तरीके से संचालित किया। आयोजन समिति के सदस्य डॉ. शैलेंद्र के, सक्सेना, डॉ. मीनाक्षी तिवारी, डॉ. नीतू निगम, डॉ. अशुतोष श्रीवास्तव, डॉ. सत्येंद्र के. सिंह, डॉ. बंदना चक्रवर्ती, और डॉ. अंशु प्रिया ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।सेंटर फॉर एडवांस रिसर्च का पहला स्थापना दिवस अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने की इसकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह दिन चिकित्सा और वैज्ञानिक समुदाय में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है।