नई दिल्ली(मानवी मीडिया)- उत्तर प्रदेश से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक व्यक्ति अतुल सुभाष ने अपनी पत्नी से तंग आकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने बेंगलुरु के मराठाहल्ली स्थित अपने फ्लैट में फांसी लगा ली। 34 साल के अतुल सुभाष बेंगलुरु सिटी में एक प्राइवेट फर्म में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में DGM के पद पर काम कर रहे थे। सुसाइड से पहले उन्होंने 24 पेज का सुसाइड नोट छोड़ा है।
सुसाइड नोट में उन्होंने अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर हैरेसमेंट के आरोप लगाए हैं। अतुल ने ये भी कहा कि उनकी पत्नी ने सेटलमेंट के लिए 3 करोड़ रुपये की डिमांड की है। जबकि बच्चे की देखभाल और मेनटेनेंस के लिए अलग से रकम मांगी गई थी। अतुल सुभाष ने अपने लिए न्याय की मांग की है। उन्होंने अपने वीडियो मैसेज में X (पहले ट्विटर) के मालिक एलन मस्क और अमेरिका के प्रेसिडेंट इलेक्ट डोनाल्ड ट्रंप को भी टैग किया है। अतुल सुभाष अपनी पत्नी से काफी समय से अलग रह रहे थे। पुलिस के मुताबिक, उनकी पत्नी ने हाल ही में यूपी में उनके खिलाफ घरेलू हिंसा, हत्या की कोशिश, अननैचुरल और सेक्शन 498A के तहत मामले दर्ज कराए थे। इसकी वजह से उनका डिप्रेशन लेवल बढ़ गया था। सोमवार सुबह 6 बजे पुलिस को कॉल आई। बताया गया कि मंजूनाथ लेआउट इलाके में किसी ने सुसाइड कर लिया है। पुलिस बताए गए पते पर पहुंची। दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी तो कमरे में अतुल सुभाष पंखे के सहारे फंदे से लटक रहे थे। कमरे की तलाशी से एक ऑफिस आईकार्ड मिला। ऑफिस से पता करने पर अतुल का पर्मानेंट एड्रेस यूपी में मिला। पुलिस ने इस पते पर सूचना दी। सूचना मिलने के एक दिन बाद अतुल के भाई विकास बंगलुरु पहुंचे।
अतुल के भाई विकास सुभाष ने बताया कि अतुल की शादी 2019 में हुई थी। उसकी पत्नी और उसके पूरे परिवार ने उन्हें कई संगीन झूठे मामलों में फंसाया था। इससे अतुल बहुत परेशान रहने लगे थे। डिप्रेशन की वजह से ही उन्होंने अपनी जिंदगी खत्म कर ली। पुलिस ने अतुल के परिवार की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। पुलिस को अतुल सुभाष के रूम से कई दस्तावेज मिले हैं। उन्होंने फांसी लगाने से पहले एक वीडियो रिकॉर्ड किया था। गूगल ड्राइब्स पर सबूत छोड़े थे। पत्नी की फोटो और बाकी डॉक्युमेंट्स भी अपलोड किए थे। अतुल ने फांसी लगाने से पहले अपना सुसाइड नोट ईमेल के जरिए कई दोस्तों और परिवार के लोगों को भेजा। अतुल ने अपने मैसेज में कहा, “मुझे लगता है कि मेरे लिए मर जाना ही बेहतर होगा, क्योंकि जो पैसे मैं कमा रहा हूं… उससे मैं अपने ही दुश्मन को बलवान बना रहा हूं। मेरा कमाया हुआ पैसा मुझे ही बर्बाद करने में लग रहा है। मेरे ही टैक्स के पैसे से ये अदालत, ये पुलिस और पूरा सिस्टम मुझे और मेरे परिवार और मेरे जैसे और भी लोगों को परेशान करेगा। मैं ही नहीं रहूंगा तो ने तो पैसा होगा और न ही मेरे मां-बाप और भाई को परेशान करने की कोई वजह होगी।”
सुसाइड नोट की कॉपी एक NGO के वॉट्सऐप ग्रुप पर भी भेजी गई थी। अतुल इस NGO से जुड़ा हुआ था। अतुल सुभाष ने अपने वीडियो मैसेज में लिखा, “सर, ये मैसेज गुड बाय बोलने के लिए है। हो सके तो मेरी फैमिली की मदद कीजिएगा। अभी तक के साथ के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।” इसमें उन्होंने अपने वीडियो और सुसाइड नोट का लिंक भी भेज दिया था।