श्रीनगर(मानवी मीडिया)- ठंड ने लोगों को घरों पर रहने के लिए मजबूर कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार कश्मीर में पिछले पांच दशक में यह इस सीजन का सबसे ठंडी रात रही। इस दौरान तापमान माइनस 8.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। रविवार की सुबह भी ठंड का असर बरकरार रहा और श्रीनगर में पारा माइनस 3.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यहां तक कि डल झील की सतह पर भी बर्फ जम गई। इस ठंड का असल दिल्ली, पंजाब और राजस्थान समेत कई इलाकों में देखा जा सकता है।
दरअसल, कश्मीर में 40 दिनों तक चलने वाला ठंड का यह दौर जिसे ‘चिल्लई कलां’ कहा जाता है, वह अब शुरू हो गया है। वहीं, शून्य से 8.5 डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान के साथ श्रीनगर की यह 1974 के बाद दिसंबर की सबसे सर्द रात थी। उस वक्त शहर में न्यूनतम तापमान शून्य से 10.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया था। इसके अलावा 1891 के बाद यह तीसरी सबसे ठंडी रात थी। श्रीनगर में सबसे दिसंबर में सबसे ज्यादा ठंड 13 दिसंबर 1934 को पड़ी थी जब तापमान माइनस 12.8 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया था। ‘चिल्लई कलां’ का अंत 31 जनवरी, 2025 को होगा। लेकिन, इसके बाद भी घाटी में शीतलहर की स्थिति बनी रहेगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि 20 दिन की चिल्लई खुर्द (छोटी सर्दी) और 10 दिन की चिल्लाई-बच्चा (बेबी सर्दी) 40 दिनों के बाद शुरू होगा।