चलती ट्रेन में बुजुर्ग के लिए देवदूत बनकर आए TT - मानवी मीडिया

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Sunday, November 24, 2024

चलती ट्रेन में बुजुर्ग के लिए देवदूत बनकर आए TT


जयपुर : (मानवी मीडियादेशभर में रेलवे स्टाफ के द्वारा लोगों की जान बचाने के कई मामले सामने आते हैं। कभी रेलवे पटरियों की तरफ गिरते हुए किसी आदमी को रेलवे पुलिस बचाती है तो कभी खुद की जान की परवाह किए बिना ट्रैक पर छलांग लगा देते हैं। लेकिन राजस्थान में चलती ट्रेन में दो टीटी ने एक बुजुर्ग की जान बचाई है जिसकी चर्चा हर तरफ हो रही है।

अमृतसर-कटिहार आम्रपाली एक्सप्रेस ट्रेन का है मामला

पूरा मामला अमृतसर-कटिहार आम्रपाली एक्सप्रेस ट्रेन का है। जहां एक बुजुर्ग यात्री को सफर के दौरान ही अचानक हार्ट अटैक आ गया। ऐसे में उसे बचाना केवल सीपीआर के जरिए ही संभव था। ऐसे में तुरंत इस कोच में टिकट चेक कर रहे दो टीटी ने बुजुर्ग को सीपीआर दी और उसकी जान बच गई। इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है।

बुजुर्ग को आया हार्ट अटैक तो कैसे देवदूत बने टीसी

बुजुर्ग यात्री को जैसे ही हार्ट अटैक आया तो पहले तो उसे घबराहट होने लगी और फिर वह बेहोश हो गया। यह सब कुछ देखकर वहां बैठे अन्य यात्रियों में हड़कंप समझ गया। सूचना मिलने के बाद टिकट चेक कर रहे निरीक्षक राजीव कुमार और मनमोहन कुमार वहां पर आए। जिन्होंने लगातार बुजुर्ग यात्री को सीपीआर दी। कुछ ही क्षणों के बाद बुजुर्ग यात्री ने अपनी आंखें खोली और खुद को बेहतर महसूस करने लगा। इसके तुरंत बाद बुजुर्ग यात्री को नजदीकी स्वास्थ्य यूनिट भेजा गया। अब उस बुजुर्ग की स्वास्थ्य हालत भी काफी ज्यादा ठीक है। बुजुर्ग का कहना है कि दोनों ही टीटी उनके लिए देवदूत बनकर आए हैं।

दोनों टीसी ने जीवन रक्षक आपातकालीन की ट्रेनिंग ले रखी थी

दोनों टीटी का इस मामले में कहना है कि उन्होंने प्राथमिक चिकित्सा एवं कार्डियोपलेनमोरी रिससिटेशन जीवन रक्षक आपातकालीन की ट्रेनिंग ले रखी थी। इसलिए उन्हें सीपीआर के बारे में पूरा नॉलेज था और इसी वजह से वह बुजुर्ग यात्री की जान बचा पाए। इसके पहले भी बाड़मेर में एक स्कूल में ऐसा ही घटनाक्रम हुआ लेकिन उस वक्त किसी को भी सीपीआर का नॉलेज नहीं था, इसलिए टीचर की मौत हो गई थी।

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