लखनऊ (मानवी मीडिया) उत्तर प्रदेश कि राजधानी लखनऊ के किंगजर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में दुर्लभ बीमारी का हुआ सफल ऑपरेशन। 7 माह बाद अब ठीक से दूध पी सकेगी बेबी नित्या
हरदोई निवासी बिजनेश जो कि अपनी रोजी रोटी के लिए लुधियाना पंजाब में काम करता है। 7 माह पहले उसकी पत्नी दिव्या ने एक बेटी को जन्म दिया। परिवार में ख़ुशी का माहौल था। पर जन्म के बाद जब भी बच्चे को दूध पिलाया जाता था तो उसकी सांस उखाड़ने लगती थी और उसका रंग नीला पड़ जाता था । इस कारण से नवजात शिशु को कई बार NICU में भर्ती करना पड़ा। अपने किसी रिश्तेदार की सलाह पर मरीज के माता पिता उसको लेकर बाल विभाग किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में इलाज के लिए लाये। जहा पर लगभग ३ महीना इलाज किया गया और मरीज को नाली के द्वारा दूध पिलाया गया। पर मरीज को जैसे ही दूध पिलाया जाता उसको फिर से खासी आना और न्युमोनिआ जैसे लक्षण होने लगते थे। मरीज की खाने की नाली की दूरबीन द्वारा जाँच में पता चला की मरीज की खाने की नाली एवं श्वासनाली में जन्म-जात जुड़ाव था। मरीज को सर्जरी के लिए पेडियाट्रिक सर्जरी विभाग में रेफर किया गया।
पेडियाट्रिक सर्जरी विभाग में प्रोफेसर जिलेदार रावत एवं उनकी टीम ने श्वास नाली की दूरबीन से जाँच कर के खाने की नाली एवं श्वासनाली के जुड़ाव को देखा और मरीज का ऑपरेशन किया। ऑपरेशन बहुत जटिल था,मरीज की छाती खोल कर खाने की नाली एवं श्वासनाली को अलग किया गया ऑपरेशन के बाद बच्चे को दो दिन तक वेंटिलेटर पर रखा गया। अब बच्चा आराम से दूध पी पा रहा है और उसके माता-पिता बेहद खुश हैं। माननीय कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने सर्जिकल टीम को सफलता के लिए बधाई दी।
ऑपरेशन की टीम - प्रोफेसर जिलेदार रावत, डॉ पीयूष कुमार,डॉ प्रीति कुमारी
एनेस्थेसिया टीम -डॉ सतीश वर्मा एवं टीम
नर्सिंग स्टाफ- सिस्टर रीता