नई दिल्ली (मानवी मीडिया): एस्सार समूह के सह-संस्थापक शशिकांत रुइया का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 80 वर्ष के थे। पारिवारिक लोगों के मुताबिक 25 नवंबर की देर रात शशिकांत रुइया का मुंबई में निधन हो गया।
शशिकांत रुइया के निधन पर पीएम मोदी ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “शशिकांत रुइया उद्योग जगत की एक महान हस्ती थे। उनके दूरदर्शी नेतृत्व और उत्कृष्टता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता ने भारत के व्यावसायिक परिदृश्य को बदल दिया। उन्होंने नवप्रवर्तन और विकास के लिए उच्च मानक भी स्थापित किए। वह हमेशा विचारों से भरे रहते थे। वह हमेशा चर्चा करते थे कि हम अपने देश को कैसे बेहतर बना सकते हैं। शशि जी का निधन अत्यंत दुखद है। दुख की इस घड़ी में उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।”
शशि के भाई रवि रुइया ने कहा, “हम अत्यंत दुख के साथ रुइया और एस्सार परिवार के संरक्षक शशिकांत रुइया के निधन की सूचना दे रहे हैं। वे 81 वर्ष के थे। सामुदायिक उत्थान और परोपकार के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के साथ उन्होंने लाखों लोगों के जीवन पर एक स्थायी प्रभाव छोड़ा। उनकी विनम्रता, गर्मजोशी और हर किसी से जुड़ने की क्षमता ने उन्हें वास्तव में एक असाधारण नेता बनाया।”
रुइया के निधन पर परिवार की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि शशिकांत रुइया की असाधारण विरासत हम सभी के लिए मार्गदर्शक बनी रहेगी। हम उनके दृष्टिकोण का सम्मान करते हैं और उनकी ओर कायम की गए मूल्यों को हम जारी रखेंगे।
वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से लौटे थे, जहां उनका इलाज चल रहा था। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार जुलूस शाम 4 बजे रुइया हाउस से मुंबई के हिंदू वर्ली श्मशान घाट की ओर निकलेगा। उद्यमी उद्योगपति शशिकांत रुइया ने अपने करियर की शुरुआत 1965 में अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में की थी। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में एस्सार की नींव रखी। उनके परिवार में पत्नी मंजू और दो बेटे प्रशांत और अंशुमान हैं।