नई दिल्ली (मानवी मीडिया): भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर को अपने पद से सेवानिवृत्त हो जाएंगे। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में उनके लिए विदाई समारोह आयोजित किया गया, जो उनके कार्यकाल का आखिरी कार्यदिवस था। इस विशेष अवसर पर एक सेरेमोनियल बेंच की बैठक हुई, जिसकी लाइव स्ट्रीमिंग भी की गई। इस दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता, एएसजी एन. वेंकटरमन, वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल, डॉ. एएम सिंघवी, मुकुल रोहतगी और अन्य वरिष्ठ वकीलों ने न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ के साथ बिताए पलों को याद किया और अपनी भावनाएं व्यक्त कीं।
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा, आपने न्याय देने में पूर्ण निष्पक्षता का परिचय दिया। आपके समक्ष प्रस्तुत होते हुए हमें कभी संकोच नहीं हुआ। आपने हमेशा परिवार के मुखिया की तरह भूमिका निभाई और हमें मार्गदर्शन दिया। आपको सदैव याद किया जाएगा। वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ को एक अनुकरणीय न्यायाधीश और एक ‘असाधारण पिता के असाधारण पुत्र’ के रूप में याद किया और उनकी मुस्कान को यादगार बताया।
डॉ. एएम सिंघवी ने उनके यंग लुक का राज पूछते हुए कहा, “पिछले 42 सालों में आपकी ऊर्जा और धैर्य में लगातार वृद्धि ही हुई है। आपने न्यायालय में टेक्नोलॉजी और आधुनिकीकरण के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए, जो किसी अन्य ने नहीं किए।” उन्होंने उनकी संवैधानिक पीठों की अध्यक्षता और लिखे गए फैसलों को भी सराहा। वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने अपने पुराने समय को याद करते हुए कहा, सीजेआई से मेरी मुलाकात उस समय हुई थी जब आप मुंबई में एएसजी थे और मैं दिल्ली में। हम लंच के लिए अक्सर अप्सरा पेन मार्ट के पीछे जाया करते थे। मुझे उम्मीद है कि मैं एक बार फिर आपके साथ लंच कर पाऊंगा।
एएसजी एन. वेंकटरमन ने न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ के स्वभाव का वर्णन ‘5सी’ के रूप में किया — शांत, संयमित, सौम्य, आलोचनारहित और निंदारहित। एएसजी एसवी राजू ने कहा कि चंद्रचूड़ को उनके निर्णयों और भाषणों के लिए सदैव याद किया जाएगा। लॉ क्लब के सदस्य नानी पालकीवाला ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की विदाई के इस अवसर पर सुप्रीम कोर्ट के सभी न्यायाधीशों और वकीलों ने उन्हें सम्मान के साथ विदा किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।