नई दिल्ली : (मानवी मीडिया) केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने वायु प्रदूषण के संबंध में सोमवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक एडवायजरी जारी की। इस एडवायजरी में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए मौजूदा स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने और कमजोर समूहों और जोखिम वाले व्यवसायों के बीच जागरूकता बढ़ाने की सिफारिशें शामिल हैं। इस एडवायजरी में वायु प्रदूषण से निपटने की रणनीतियों सहित जलवायु परिवर्तन के स्वास्थ्य प्रभावों को संबोधित करने के लिए जिला और शहर स्तर पर विस्तृत रणनीति बनाने का सुझाव दिया गया है।
यह प्रभावी प्रतिक्रिया और निगरानी के लिए प्रत्येक राज्य या केंद्र शासित प्रदेश के भीतर वायु प्रदूषण से संबंधित बीमारियों की निगरानी के लिए अस्पतालों के नेटवर्क का विस्तार करने पर भी जोर देने की बात कही गई है। दिल्ली प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। हवा की गुणवत्ता इतनी खराब हो गई है कि राज्य में ग्रेप 4 लागू किया गया है। जिसकी वजह से स्कूलों में कक्षा 10वीं और 12वीं को छोड़कर सभी क्लासेज ऑनलाइन चलाने का फैसला लिया गया है। वहीं, राज्य में अब दिल्ली विश्वविद्यालय और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ने भी कक्षाओं को 25 नवंबर व 22 नवंबर 2024 तक क्रमशः ऑनलाइन करवाने का फैसला लिया है।
दिल्ली प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए सरकारी दफ्तरों के समय में भी बदलाव किए गए हैं। राज्य में एमसीडी के दफ्तरों में सुबह 8.30 से शाम 5.00 बजे तक काम किया जाएगा। इसके अलावा दिल्ली सरकार के दफ्तर सुबह 10.00 बजे से शाम 6.30 बजे तक काम करेंगे। बता दें कि राज्य में 18 नवंबर से ग्रेप 4 लागू किया गया था। जिसके बाद 9वीं कक्षा तक स्कूलों को ऑनलाइन चलाने को कहा गया है। इसके अलावा डीजल जेनरेटर, निमार्ण कार्य जैसी चीजों पर भी रोक लगा दी गई है।