रिक्शा एण्ड ई-ऑटों चालक/मालिक संयुक्त मोर्चा कि बैठक सम्पन्न - मानवी मीडिया

निष्पक्ष एवं निर्भीक

.

Breaking

Post Top Ad

Post Top Ad

Tuesday, November 5, 2024

रिक्शा एण्ड ई-ऑटों चालक/मालिक संयुक्त मोर्चा कि बैठक सम्पन्न


 लखनऊ (मानवी मीडिया)आज  ममता तिवारी, अध्यक्ष व मारिफ अली खान ने संयुक्त प्रेसवार्ता करके ई-रिक्शा एण्ड ई-ऑटों चालक/मालिक संयुक्त मोर्चा, लखनऊ जिसकी अध्यक्षता  ममता तिवारी स्वयं होगी व ई-रिक्शा व ई-ऑटों महासंघ, लखनऊ के गठन का ऐलान किया। इस संगठन के अध्यक्ष मारिफ अली खान होगें, जिन्हें शहर के 12 से अधिक संगठनों ने उनको अपना नेता (अध्यक्ष) चुना।

 ममता तिवारी ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए बताया कि दोनों संगठन मिल-जुलकर कार्य करेंगे और ई-रिक्शा चालक के व्यवसाय प्रबन्ध व समस्याओं के समाधान के लिए कार्य करेंगे

उन्होने बताया कि ई-रिक्शा चालकों के साथ हो रहे र्दुव्यहार और रोड पर कई समस्याओं को लेकर जैसे पानी, शौचालय, पिकप स्टैण्ड व चार्जिग जैसी समस्याओं को लेकर व परेशान व प्रताड़ित रहते हैं। पहले 2014 में ई-रिक्शा का कोई भी रजिस्ट्रेशन नहीं था। बिना रजिस्ट्रेशन के ही ई-रिक्शा चलाये जाते थे। यह भी ज्ञात हुआ कि कुछ जगहों पर ई-रिक्शा का नगर निगम से रजिस्ट्रेशन हुए, परन्तु कुछ समय बाद वह मी बन्द हो गये।

 इन सबको ध्यान में रखकर समस्त एसोशियन की मौजूदगी में मोहम्मद वासिफ की अध्यक्षता में एक संयुक्त मोर्चा का प्रस्ताव पास किया गया, जिसमें सर्व सम्मति से  ममता तिवारी को अध्यक्ष चुना गया।

पूर्व में जो फर्जी ई-रिक्शा संयुक्त मोर्चा बनाया गया था। समाचार पत्र के माध्यम से ज्ञात हुआ कि तत्कालीन अध्यक्ष मुन्ना लाल यादव व अन्य पदाधिकारियों के नाम ज्ञात हुए है कि जिसकों अधिकारियों ने स्वीकार करते हुए उनके साथ बैठके करने लगे, जबकि शहर में लगभग 15 से अधिक एसोशियन / यूनियन है। फर्जी संयुक्त मोर्चा अधिकारियों के साथ बैठक कर उनकों गुमराह करता रहा और फोटो खिचवाकर अपना प्रचार करता रहा। उन्हीं फोटो को दिखाकर लोगों को स्टैण्ड के नाम से वसूली शुरू कर दी, जिससे आहत होकर संयुक्त मोर्चा में शामिल आसिफ शेख, प्रचार मंत्री व सदस्य मोहम्मद वासिफ ने संयुक्त मोर्चा से त्याग पत्र दे दिया। शहर में लगभग 53 हजार ई-रिक्शा, लगभग 10 हजार ई-ऑटों, लगभग 05 हजार सी०एनजी० ऑटों लगभग 02 हजार सी०एन०जी० टैम्पों टैक्सी कुल 70 हजार तिपहिया वाहन है जो कि रोजी रोटी कमाने के लिए हर तरह की समस्याओं से जूझ रहे है। फर्जी संयुक्त मोर्चा के विरूद्ध जाँच कराकर आवश्यक कानूनी कार्यवाही करते हुए इनका पंजीयन निरस्त करने की मांग करते है।

ई-रिक्शा चालक की इन्हीं समस्याओं के लिए संगठन का गठन किया गया है।

Post Top Ad