कोलंबो (मानवी मीडिया)श्रीलंका में बट्टिकलोआ टीचिंग हॉस्पिटल में भारतीय अनुदान सहायता के तहत निर्मित सर्जिकल यूनिट का सोमवार को उद्घाटन किया गया। श्रीलंका के पूर्वी प्रांत के प्रमुख सरकारी अस्पताल में निर्मित इस सर्जिकल यूनिट का लाभ लाखों लोगों तक पहुंचेगा।
कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायोग ने एक बयान में कहा श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त संतोष झा और श्रीलंका के स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव डॉ. पालीथा गुणरत्न महिपाल ने 4 नवंबर को बट्टिकलोआ टीचिंग अस्पताल में नवनिर्मित सर्जिकल यूनिट का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया। वार्डों में भर्ती मरीजों और बढ़ती सर्जरी आवश्यकताओं के कारण 2015 के आसपास अस्पताल में एक नए सर्जिकल वार्ड की जरूरत महसूस की गई थी।
बयान में कहा गया श्रीलंका सरकार के अनुरोध पर भारत सरकार ने नई सर्जिकल यूनिट के निर्माण के लिए सहायता देने पर सहमति व्यक्त की। परियोजना के लिए भारत से 275 मिलियन श्रीलंकाई रुपये की अनुदान सहायता के लिए फरवरी 2016 में एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए थे। इसके बाद भारत सरकार ने अतिरिक्त धनराशि प्रदान की, जिससे परियोजना के लिए भारत की कुल प्रतिबद्धता 302 मिलियन रुपये हो गई।
उच्चायोग ने बताया कि इस परियोजना के दायरे में 1464 वर्ग मीटर के अनुमानित कुल फ्लोर एरिया के साथ दो मंजिला इमारत का निर्माण शामिल है, जिसमें चार अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर और 10 आईसीयू बेड भी हैं। इसमें आईटी वर्क और मैकेनिकल वर्क के साथ ही विद्युत, जलापूर्ति और जल निकासी प्रणाली जैसे आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर भी शामिल हैं।
हालांकि देश में कोविड19 महामारी और आर्थिक कठिनाइयों ने परियोजना के दौरान कुछ चुनौतियां पेश कीं, मगर भारत अपनी ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति पर दृढ़ता से बना रहा और भारत ने अस्पताल के अधिकारियों के अनुरोध पर इस प्रोजेक्ट में कई अतिरिक्त कार्यों को भी मंजूरी दी और उन्हें क्रियान्वित किया। उद्घाटन समारोह में स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव डॉ. महिपाल ने इस परियोजना के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारत सरकार और भारतीय लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)