नई दिल्ली (मानवी मीडिया): केंद्र सरकार ने अक्टूबर में चले स्वच्छता अभियान के तहत निकले कबाड़ को बेचकर 650 करोड़ रुपये से अधिक की आय आर्जित की है। यह जानकारी कार्मिक मंत्रालय द्वारा दी गई।
मंत्रालय की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशानिर्देशों से प्रोत्साहित होकर 2021-24 के बीच चलाए गए स्पेशल कैंपेन के तहत 2,364 करोड़ रुपये की आय कबाड़ को बेचकर प्राप्त हुई है। इससे अधिकारियों के लिए अधिक ऑफिस स्पेस फ्री हुआ है और दक्षतापूर्ण कार्य करने में मदद मिलेगी।
केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि स्पेशल कैंपेन 4.0 स्वच्छता को संस्थागत बनाने और सरकारी कार्यालयों में लंबित मामलों को कम करने के लिए भारत का सबसे बड़ा अभियान था। स्वच्छता और लंबित मामलों को कम करने के लिए विशेष अभियान 4.0 में संतृप्ति दृष्टिकोण अपनाया गया।
स्पेशल कैंपेन 4.0 में 5.97 लाख से अधिक साइटों पर स्वच्छता अभियान चलाया गया है और इसके परिणामस्वरूप प्रभावी कार्यालय उपयोग के लिए 190 लाख वर्ग फुट जगह खाली हुई है। जितेंद्र सिंह ने कहा कि हर गुजरते साल के साथ, विशेष अभियान का आकार और पैमाना बढ़ रहा है और 2023 में 2.59 लाख साइटों की तुलना में 2024 में 5.97 लाख से अधिक साइटों को कवर किया गया।
स्पेशल कैंपेन 4.0 की समीक्षा कैबिनेट मंत्रियों, राज्य मंत्रियों और केंद्र सरकार के सचिवों द्वारा कार्यान्वयन में नेतृत्व और मार्गदर्शन प्रदान करते हुए की गई। स्पेशल कैंपेन 4.0 की प्रगति को दैनिक आधार पर इसके लिए बनाए गए स्पेशल पोर्टल पर मॉनिटर किया गया।
सिंह ने स्पेशल कैंपेन 4.0 के तहत केंद्रीय सचिवालय में लंबित मामलों में कमी की सराहना की, जिसमें अधिकांश मंत्रालयों/विभागों ने अपने लक्ष्यों का 90-100 प्रतिशत हासिल किया। बयान में आगे कहा गया कि यह स्पेशल कैंपेन 31 अक्टूबर को बंद हो गया है। इसके परिणाम काफी अच्छे रहे हैं। अगला चरण 14 नवंबर से शुरू होगा। मंत्रालय ने स्वच्छता को संस्थागत बनाने में विशेष अभियान 4.0 के दौरान उभरी बेस्ट प्रैक्टिस को भी सूचीबद्ध किया।