लखनऊ : (मानवी मीडिया) ग्रीन कॉरिडोर के तीसरे चरण के काम में पिपरा घाट से शहीद पथ तक बंधा निर्माण किया जाएगा। इसको लेकर सेना के साथ एलडीए के अधिकारी मंगलवार को सर्वे करेंगे। पिछले दिनों इसके लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार को दिल्ली जाना पड़ा था। वहां सेबंधे का 2.8 किलोमीटर हिस्सा छावनी क्षेत्र में आ रहा है। जिसके लिए लगभग 21.81 हेक्टेयर सैन्य भूमि प्राधिकरण को हस्तांतरित कराई जानी है।
इसके लिए लगभग 21.81 हेक्टेयर सैन्य भूमि प्राधिकरण को हस्तांतरित कराई जानी है। इस संबंध में तैयार कराए गए प्रस्ताव पर एलडीए के साथ स्थानीय स्तर पर रक्षा संपदा, सेना व सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ पूर्व में बैठक की गई थी। जिसमें सभी की सहमति मिलने के बाद प्रस्ताव सैन्य मंत्रालय को प्रेषित किया गया था। तीसरे चरण का सबसे बड़ा काम बंधा निर्माण तीसरे चरण का सबसे बड़ा काम है।
प्रोजेक्ट इम्प्लीमेन्टेशन यूनिट के राजस्व अधिकारी अजित सिंह ने बताया कि ग्रीन कॉरिडोर परियोजना के पार्ट-3 के अंतर्गत पिपराघाट से शहीद पथ के बीच गोमती नदी के दाहिने तट पर फ्लड इम्बैंकमेंट (बंधा) का निर्माण किया जाना है। जिसकी कुल लंबाई 5.8 किलोमीटर है। सेना के अधिकारियों के साथ वीसी ने पिछले दिनों दिल्ली में बैठक की थी। 23 सितंबर को दिल्ली में हुई थी बैठक 23 सितम्बर को इस प्रोजेक्ट को लेकर दिल्ली के साउथ ब्लॉक स्थित सैन्य मंत्रालय में एक उच्चस्तरीय बैठक हुई थी। उच्च स्तर से निर्देश दिए गए कि गंगा बाढ़ नियंत्रण परिषद के मानकों के अनुरूप बंधे के एलाइनमेंट को जितना हो सके नदी की तरफ शिफ्ट किया जाए। पिपराघाट अंडर पास से ही सेना की करीब 2.8 किलोमीटर जमीन सेना की आती है। नए सिरे से एलाइनमेंट तैयार करने के निर्देश इस पर उपाध्यक्ष ने संबंधित अधिकारियों को एक बार फिर स्थल निरीक्षण करके नए सिरे से एलाइनमेंट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा सेना के अधिकारियों व स्टॉफ के सुगम आवागमन के लिए बंधे पर निर्धारित स्थानों पर रैम्प व अंडर पास बनाने के निर्देश दिये गए।