मां अपने बच्चों के लिए क्या नहीं करती। जीवन देने वाली मां ने किडनी दान कर दोबारा अपनी लड़की को जिंदगी दी।
तालकटोरा निवासी ममता गौड़ गुर्दे की लंबी बीमारी से पीड़ित थी। रोगी वर्ष 2021 से उपचार करा रही हैं। वर्ष 2023 से डायलिसिस आरंभ हो गई थी।
रोगी को समय के साथ अब किडनी की आवश्यकता हुई। मां पुष्पा देवी किडनी दान करने के लिए तैयार हो गई। दोनों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
किडनी ट्रांसप्लांट की गाइडलाइन के अनुरूप दोनों शल्य चिकित्सा हेतु सही पाए गए। दिनांक 26 अक्टूबर 2024 को गुर्दा प्रत्यारोपण कर दिया गया। रोगी और दानकर्ता दोनों ही स्वस्थ हैं।
ज्ञात रहे कि ट्रांसप्लांट को बढ़ावा देना वर्तमान केजीएमयू प्रशासन की मुख्य नीति है। इसी के चलते माननीय कुलपति केजीएमयू प्रो सोनिया नित्यानंद द्वारा एक ऑपरेशन थिएटर एवं आईसीयू की स्थापना की गई।
कुलपति ने सफल शल्य चिकित्सा के लिए समस्त टीम को बधाई दी।
ट्रांसप्लांट में एसजीपीजीआई के नेफ्रोलॉजिस्ट एवं यूरोलॉजिस्ट से सहायता ली गई। यह ट्रांसप्लांट असाध्य रोग के अंतर्गत निशुल्क किया गया।
टीम इस प्रकार है -
केजीएमयू यूरोलॉजी विभाग डा विश्वजीत सिंह, डा विवेक सिंह, डा बीपी सिंह, डा मनोज कुमार, डा मोहम्मद रेहान तथा डा कृष्णा भंडारी
निश्चेतना विभाग - मो परवेज, डा तन्मय तिवारी, डा तन्वी भार्गव तथा डा रतिप्रभा
नेफ्रोलॉजी - दुर्गेश पुष्कर, गुलाब झा, डा विशाल पुनिया तथा डा मेधावी गौतम
एसजीपीजीआई सदस्य - डॉ उदय प्रताप सिंह, डा संचित रस्तोगी तथा डा नारायण प्रसाद
वरिष्ठ ओटी तकनीशियन - निशांत, नौशाद एवम वंदना
स्टाफ नर्स - प्रिया, श्वेता, योगेश एवम पीयूष