लखनऊ (मानवी मीडिया) दीपोत्सव पर सुंदर कविता
ज्ञान दीप
बन के ज्ञान दीप जल तू,
जिनके आगे अधियारां है,
उनके लिए उजल तू,
पढ़ाया, बढ़ाया,सजाया हमने,
साहस बत्ती बांट संजोया हमने,
उस तप का फल तू।
बन के ज्ञान दीप जल तू।।
अपना स्नेह देकर तुझको पाया है,
तुझ पर हर पल ही मेरा साया है,
रह अविचल,झलमल तू।
बन के ज्ञान दीप जल तू।।
कुछ तो बनेगा,कुछ तो बात रहेगी,
होगा प्रभात न रात रहेगी,
रहे अव्वल पर बना रहे चंचल तू।
बन के ज्ञान दीप जल तू।।
जिनके आगे अधियारा है,
उनके लिए उजल तू।
बन के ज्ञान दीप जल तू।।
समस्त बच्चों को दीपावाली गोवर्धन पूजा, भैया दूज, छठ,की हार्दिक शुभकामनाए
कंचन सिंह
सा •आ • प्रा वि जलालपुर बछरावां
रायबरेली।