उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) ईको टूरिज्म सत्र-2023-24 में मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के तकनीकी विश्लेषण के आधार पर पर्यटन हेतु उचित जलवायु की स्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा ईको टूरिज्म सत्र दस दिन बढ़ाते हुए दिनांक 25.06.2024 को बंद करने का निर्णय लिया था। पर्यटकों द्वारा इस अवसर का स्वागत करते हुए काफी संख्या में सफारी का आनन्द उठाया। ईको पर्यटन सत्र 2024-25 में सूचनाओं का तकनीकी विश्लेषण तथा पर्यटन सत्र हेतु आवश्यक तैयारी की समीक्षा करने के उपरान्त प्रदेश सरकार द्वारा पर्यटन सत्र 2024-25 दिनांक 06.11.2024 से प्रारम्भ करने का निर्णय लिया है। भविष्य में 01 नवम्बर से पर्यटन सत्र आरम्भ करने का निणर्य लिया गया है, साथ ही यह भी निर्देशित किया गया है कि फुल डे सफारी के लिए भी एक निश्चित संख्या में वाहनों की अनुमति प्रदान की जा सके जिससे लोग आक्सीजन बाथ के साथ-साथ वाइल्ड लाइफ का भी आनन्द ले सकें।
साथ ही दुधवा टाइगर रिजर्व में मंगलवार के साप्ताहिक अवकाश को भी खत्म करने के निर्देश दिए है, जिससे लोगों केा अन्य टाइगर रिजर्व की भाॅति दुधवा टाइगर रिजर्व में भी सप्ताह के सातों दिन ईको पर्यटन का अवसर प्राप्त हो सके। दिनांक 06.11.2024 को प्रदेश के सभी जिलों में ईको टूरिज्म Destination पर कार्यक्रम का आयोजन कर आम जनता कोे ईको पर्यटन का आनन्द उठाने हेतु पे्ररित किया जाएगा। महत्वपूर्ण स्थलों यथा दुधवा टाइगर रिजर्व, पीलीभीत टाइगर रिजर्व, अमानगढ टाइगर रिजर्व, कतर्नियाघाट, रानीपुर टाइगर रिजर्व, वन्य जीव विहार, सोहेलवा वन्य जीव विहार, सोहेलवा वन्य जीव विहार, कैमूर वन्य जीव विहार, षहीद चन्द्रषेखर आजाद पक्षी विहार, नवाबगंज, उन्नाव, साण्डी पक्षी विहार, हरदोई, लाख पक्षी विहार, कन्नौज, महावीर स्वामी वन्य जीव विहार, ललितपुर, चन्द्रप्रभाग वन्य जीव विहार, चन्दौली, ओखला पक्षी विहार, गौतमबुद्धनगर, रपडी ईको टूरिज्म सेंटर, फिरोजाबाद आदि पर प्रदेश सरकार के माननीय मंत्री/विधायक एवं अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा।
ईको टूरिज्म सत्र 2024-25 हेतु नवीन प्रयास:-
1. इस पर्यटन सत्र में पर्यटकों द्वारा देय शुल्क में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है तथा विगत वर्ष के अनुसार ही रखा गया है।
2. पर्यटकों को प्रवास के दौरान उच्च कोटि की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सभी टाइगर रिजर्व में विशेष मरम्मत अभियान चलाकर स्वागत कक्ष, इंटरप्रिटेशन सेंटर, कैंटीन, जनसुविधाओं आदि को नवीनीकृत किया गया।
3. पर्यटकों की सेवा हेतु 30 आतिथ्य कार्यकर्ताओं (Hospitality Staff) dks Indian Institute of Hotel Management के माध्यम से Housekeepingएवं कुकिंग सम्बन्धी प्रशिक्षण का आयोजन माह अक्टूबर 2024 में कराकर प्रषिक्षित किया गया है।
4. विभिन्न ईको पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों को तकनीकी, वैज्ञानिक व गुणवत्तापरक जानकारी प्रदान करने हेतु प्रषिक्षित नेचर गाईड को तैयार किया गया है। यह प्रशिक्षण ईको टूरिज्म बोर्ड की सहायता से दुधवा, कतर्नियाघाट, पीलीभीत एवं रानीपुर में माह अक्टूबर 2024 में आयोजित किया गया, जिसमें The Naturalist School Bangaluru ds के प्रषिक्षकों द्वारा प्रषिक्षण प्रदान किया गया।
5. टाइगर रिजर्व में चिन्हित पर्यटन मार्गों का सुदृढीकरण कर वन्यजीव के सुविधाजनक अवलोकन हेतु व्यू लाईन प्रबन्धन,Grassland ,एवं Wetland management,पुल/पुलिया मरम्मत तथा मार्ग मरम्मत का कार्य कराया गया है।
6. वन्य जीवों के सुगम अवलोकन हेतु वाॅच टावर, मचान, हाइड आदि का सुदृढीकरण किया गया है तथा स्पाट स्कोप व बाइनाकुलर की व्यवस्था भी की गयी है।
7. इस पर्यटन सत्र में लखीमपुर जनपद में दक्षिणी खीरी वन प्रभाग में महेशपुर (मोहम्मदी) ईको टूरिज्म तथा बफर प्रभाग में मीरा पर्यटन सर्किट का शुभारम्भ किया जा रहा है।
8. प्रदेश सरकार द्वारा संचालित जीरो पावर्टी अभियान के तहत स्थानीय ग्रामीणों को ईको पर्यटन सम्बन्धी कार्यों में ईको विकास समिति के माध्यम से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत कैंटीन संचालन व महिला समूह द्वारा तैयार की गयी सामग्री के लिए सोविनियर षाॅप आदि का संचालन महिला ईको विकास समिति के माध्यम से कराये जाने का प्रयास किया जा रहा है।