मुंबई (मानवी मीडिया): भारत में निजी उपभोग बढ़ने के कारण टियर 2 और 3 शहर मोटर इंश्योरेंस सेक्टर के लिए ग्रोथ इंजन के रूप में उभर रहे हैं। यह जानकारी बुधवार को जारी की गई एक रिपोर्ट में दी गई। बढ़ती मोटर इंश्योरेंस की मांग दिखाती है कि देश में वाहनों की संख्या में इजाफा हो रहा है और लोगों में इंश्योरेंस को लेकर जागरूकता आ रही है। इंश्योरटेक प्लेटफॉर्म टर्टलमिंट के आंकड़ों के अनुसार, इन शहरों ने इस साल त्योहारी सीजन में बेची गई पॉलिसियों की संख्या और प्रीमियम राशि में 90 प्रतिशत से अधिक का योगदान दिया है।
टर्टलमिंट ने कहा कि कंपनी ने अपने बीमा सलाहकारों के बड़े नेटवर्क के माध्यम से 4 लाख से अधिक मोटर बीमा पॉलिसियां जारी की हैं, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में लगभग 2 गुणा से अधिक है। अगस्त से अक्टूबर की अवधि में मोटर बीमा के कुल प्रीमियम में पिछले वर्ष की तुलना में 2.3 गुणा की वृद्धि हुई।
डेटा के मुताबिक, जयपुर में मोटर इंश्योरेंस प्रीमियम में 191 प्रतिशत, इंदौर में 31 प्रतिशत और लखनऊ में 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। टर्टलमिंट के सीईओ और सह-संस्थापक, धीरेंद्र मह्यावंशी ने कहा कि भारत का बीमा क्षेत्र विकास पथ पर है, जिसमें मोटर बीमा का महत्वपूर्ण योगदान है। हमारी मोटर पॉलिसी की बिक्री में सालाना आधार पर 85 प्रतिशत वृद्धि हो रही है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि डिस्काउंट और ऑफर के कारण त्योहारी सीजन में रिकॉर्ड वाहनों की बिक्री होती है। इसके साथ ही मोटर इंश्योरेंस की खरीद में भी बढ़ोतरी देखने को मिलती है। पिछले हफ्ते, क्रेडिट रेटिंग एजेंसी आईसीआरए ने स्थिर रिप्लेसमेंट मांग और अच्छी मानसून वर्षा के कारण ग्रामीण मांग में सुधार के कारण वित्त वर्ष 2025 के लिए भारतीय दोपहिया उद्योग की थोक मात्रा में वृद्धि के आउटलुक को संशोधित कर 11-14 प्रतिशत कर दिया।
अक्टूबर महीने में देश में कुल दोपहिया वाहनों की बिक्री 14.2 प्रतिशत बढ़कर 21.64 लाख यूनिट हो गई, जबकि अक्टूबर 2023 में यह 18.96 लाख यूनिट थी। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (एसआईएएम) ) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, कारों और एसयूवी सहित यात्री वाहनों की बिक्री भी अक्टूबर में बढ़कर 3.93 लाख यूनिट के अपने उच्चतम मासिक स्तर पर पहुंच गई है।