हंबनटोटा/ नई दिल्ली(मानवी मीडिया)भारत ने श्रीलंका के दक्षिणी प्रांत के हंबनटोटा जिले में 10 ग्रामीण पुस्तकालय और ‘मिनी-भारत कॉर्नर’ स्थापित करने में सहयोग किया है। भारत के समर्थन से स्थापित पुस्तकालयों और मिनी-भारत कॉर्नर से गांवों में स्कूली बच्चों और युवाओं को नए विषयों को पढ़ने और ज्ञान साझा करने का मौका मिलेगा।
हंबनटोटा स्थित भारत के महावाणिज्य दूतावास ने बुधवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जानकारी साझा करते हुए लिखा हंबनटोटा में भारत के महावाणिज्य दूतावास को हंबनटोटा जिले में 10 मिनी-भारत कॉर्नर की स्थापना की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है।
महावाणिज्य दूतावास ने एक अन्य बयान में कहा यह पहल श्रीलंका में राष्ट्रीय साहित्य माह और पठन माह (रीडिंग मंथ) समारोह के हिस्से के रूप में शुरू की गई है। ग्रामीण पुस्तकालयों में स्थापित ‘भारत कॉर्नर’ से स्थानीय समुदायों के लिए मूल्यवान संसाधन के रूप में काम करने की उम्मीद है, जिससे उन्हें पुस्तकों तक पहुंच बनाने और सभी उम्र के पाठकों को प्रेरित करने में मदद मिलेगी। इसका उद्देश्य ग्रामीण समुदायों में पढ़ने और ज्ञान साझा करने की आदत विकसित करना भी है।
भारत के महावाणिज्य दूत हरविंदर सिंह ने हाल ही में आयोजित उद्घाटन समारोह में ग्रामीण पुस्तकालयों के लिए सिंहली भाषा में पुस्तकें भेंट कीं। इसके अलावा, भारत से खरीदी गई पुस्तकें और पठन सामग्री भी सौंपी गई।
यह सहयोग भारत सरकार की शैक्षिक और सांस्कृतिक पहलों का समर्थन करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो भारत और श्रीलंका के बीच संबंधों को मजबूत करते हैं। बता दें कि भारत अपनी ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति के तहत विभिन्न क्षेत्रों में श्रीलंका की मदद कर रहा है, जिसमें देश के बुनियादी ढांचे को मजबूती प्रदान करने से लेकर शिक्षा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र को दिया जा रहा निरंतर समर्थन शामिल है।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)