लखनऊ (मानवी मीडिया)किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग द्वारा ,आज अपना 26वां स्थापना दिवस आयोजित किया जाना है, इस वर्ष का विषय असामान्य या पैदाइशी मल द्वार का रास्ता न होना पर एक सतत चिकित्सा शिक्षा (CME) कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। इन बच्चों में मल द्वार नहीं होते हैं, चूंकि यह विभिन्न प्रकार का होता है. ये सतत चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम (CME) इन बच्चों के निदान एवं इलाज के विभिन्न परिपेक्ष्यों पर केन्द्रित होगी। इस सतत चिकित्सा शिक्षा (CME) कार्यक्रम में 100 से भी ज्यादा चिकित्सकों के प्रतिभाग किये जाने की संभावना है, जिसमें वे अपना ज्ञान एवं अनुभव साझा करेंगें। साथ में अत्याधुनिक शल्य चिकित्सा के बारे में भी बात करेंगें।
इस अवसर पर यू०के० के जेनी लिंड हॉस्पिटल, नॉर्दिक के प्रसिद्ध बाल चिकित्सा सर्जन डा० आशीष मिनोचा, वाखलू- टंडन व्याख्यान प्रस्तुत करेंगें। इसके अतिरिक्त डा० विकेश अग्रवाल, राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त चिकित्सक डा० एस० एन० कुरील एवं डा० ए०एन० गंगोपाध्याय, डा० रसिक शाह, डा० शिल्या, डा० रवि और डा० सिम्मी रतन जैसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय संकाय से अनुपस्थित या असामान्य मल द्वार के रोगियों के इलाज हेतु अपने अनुभव एवं तकनीकों को साझा करेंगें।
आयोजन सचिव व विभागाध्यक्ष डा० जे०डी० रावत ने बताया कि इस अवसर पर पूर्व छात्रों के मिलन का कार्यक्रम है जो छात्र पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग से उत्तीर्ण होकर अलग-अलग अस्पतालों में कार्यरत हैं। साथ में विभाग का भ्रमण कर यहाँ के कार्यों एवं संस्थान के बारे में बात करेंगें। पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग की शुरूआत 08 बेड के साथ जनरल सर्जरी विभाग से हुई थी वर्तमान समय में यह विभाग सभी आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण है जिसमें विभाग में 71 बेड हैं जिनमें से 10 NSICU, 12 Ermergency, 13 Post Operative Bed, 36 Elective Bed हैं जिन पर विभाग में भर्ती सभी नवजात शिशुओं एवं बच्चों का विभाग में उपलब्ध ०४ फैकल्टी द्वारा यथोचित आपरेशन कर इलाज किया जा रहा है, विभाग में दूरबीन विधि से आपरेशन की सुविधा भी उपलब्ध है
कुलपति और उप कुलपति ने सतत चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं दी हैं।