लखनऊ : (मानवी मीडिया) ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा शनिवार को लखनऊ पहुंचे हैं। सुबह-सुबह वो हजरतगंज की गलियों में घूमें। वहां फेसम शर्मा चाय वाले की चाय का आनंद लिया। दुकान पर आए लोगों के साथ सेल्फी ली। समोसा और बन-मक्खन भी खाया। शर्मा टी-स्टॉल पर लोगों और दुकानदार से बात करते हुए उन्होंने कहा-समोसा और बन मक्खन बहुत अच्छा है। चाय का तो कोई जवाब ही नहीं। नीरज ने कहा- आमतौर पर मैं चाय नहीं पीता हूं। क्योंकि ट्रेनिंग के दौरान चाय बिल्कुल प्रतिबंधित है। जब भारत में रहता हूं तो चाय पी लेता हूं। वह भी थोड़ी सी। लखनऊ में कहां-कहां घूमेंगे..? इस सवाल पर नीरज ने कहा- पहली बार साल 2012 में लखनऊ आया था। इस बार घूमने का बड़ा प्लान है, लेकिन समय कम है। लखनऊ का एयरपोर्ट बहुत अच्छा बन गया। शहर भी बहुत बदल गया। अगली बार आउंगा तो शहर में जरूर घूमुंगा। आप लोगों ने प्यार दिया इसके लिए धन्यवाद।
नीरज चोपड़ा ने कहा- मैं थोड़ा समोसा खाया और बन मक्खन भी खाया। दोनों बहुत अच्छा है। फैन्स के साथ खूब ली सेल्फी नीरज को देखते ही दुकान में भीड़ लग गई। हर कोई नीरज के साथ सेल्फी लेना चाहता था। नीरज ने भी अपने फैंस को निराश नहीं किया। उन्होंने फैंस के साथ खूब सेल्फी खिंचवाई। नीरज ने फैंस को आटोग्राफ भी दिए। नीरज ने अपने ओलंपिक के एक्सपीरियंस भी शेयर किए। नीरज चोपड़ा लखनऊ में एक शोरूम का इनॉगरेशन करने आए हैं। वह शनिवार शाम को पलॉसियो मॉल में इनॉगरेशन करेंगे। नीरज ने बताया कि वह 12 साल बाद लखनऊ आए हैं। शर्मा टी स्टॉल के बाद नीरज ने हजरतंगज को लेकर भी लोगों से बातचीत की। चलिए अब पढ़ते हैं नीरज चोपड़ा के बारे में, जिन्होंने 12 की उम्र में पकड़ा था भाला
देश को सिल्वर मेडल दिलाने के बाद नीरज चोपड़ा दर्शकों के पास गए थे। नीरज ने जेवलिन थ्रो की शुरुआत 2010 में 12 साल की उम्र में की। SAI पानीपत में अक्षय चौधरी नीरज के पहले कोच बने थे। अक्षय इस बात से बहुत प्रभावित थे कि नीरज इतनी कम उम्र में बिना किसी ट्रेनिंग के 40 मीटर दूर जेवलिन फेंक लेते थे। चौधरी ने करीब 1 साल तक नीरज को ट्रेनिंग दी। इसके बाद वे ताउ देवीलाल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स पंचकुला चले गए। पंचकुला में नसीम अहमद ने नीरज को कोचिंग दी। उन्होंने नीरज को जेवलिन के साथ-साथ लॉन्ग डिस्टेंस रनिंग की ट्रेनिंग भी, ताकि उनके अंदर और भी ज्यादा स्टैमिना और एंड्योरेंस डेवलप हो। पंचकुला में नीरज ने तीन बार के ओलिंपिक चैंपियन चेकोस्लोवाकिया के जान जेलेनी के वीडियो देखना शुरू किए। उनकी स्टाइल की कॉपी भी की। इससे पहले वे नियमित तौर पर 55 मीटर थ्रो करते थे। इसके बाद उन्होंने 10 मीटर से ज्यादा का इजाफा किया। 2012 में नीरज ने लखनऊ में 68.40 मीटर थ्रो के साथ गोल्ड जीता। ग्राफिक्स में देखें नीरज चोपड़ा का पेरिस ओलिंपिक फाइनल में प्रदर्शन...