नई दिल्ली (मानवी मीडिया)भारत की ओर से ग्लोबल साउथ (अल्प विकसित एवं विकासशील देश) और जरूरतमंद पड़ोसी देशों की मदद लगातार जारी है। इसी क्रम में भारत की आर्थिक मदद से सोमवार को वियतनाम में एक क्लासरूम का उद्धाटन किया गया।
वियतनाम में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा लैंग सोन प्रांत के वान लैंग जिले में सोमवार को संयुक्त रूप से निर्मित जिया मियां किंडरगार्टन के कक्षा भवन का उद्घाटन किया गया। मेकांग गंगा सहयोग परियोजनाएं वियतनाम में स्थानीय समुदायों तक द्विपक्षीय साझेदारी मजबूत करती हैं।
वियतनाम में शिक्षा क्षेत्र का बुनियादी ढांचा मजबूत करने के अलावा भारत ने बुरुंडी के ऊर्जा क्षेत्र के बुनियादी ढांचे को विकसित करने में भी अपना योगदान दिया है। युगांडा स्थित भारतीय उच्चायोग ने ‘एक्स’ पर लिखा भारतीय एक्ज़िम बैंक के वित्तपोषण से विकसित बुरुंडी के सिबिटोके प्रांत में 20 मेगावाट क्षमता के पनबिजली स्टेशन, काबू-16 का उद्घाटन बुरुंडी गणराज्य के राष्ट्रपति इवरिस्टे नदिशिमीये और राजदूत उपेंद्र सिंह रावत द्वारा किया गया।
इसके साथ ही भारत ने अपनी ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति के तहत नेपाल के स्वास्थ्य क्षेत्र के बुनियादी ढांचे को मजबूती प्रदान की है। नेपाल में भारतीय दूतावास ने एक बयान में बताया कि भारत द्वारा दी गई 2.50 करोड़ रुपये की सहायता से नेपाल के गलयांग सिटी में स्थापित अस्पताल का उद्घाटन किया गया है। स्यांग्जा जिले के गलयांग शहर में निर्मित अस्पताल भवन का उद्घाटन भारतीय दूतावास में प्रथम सचिव अविनाश कुमार ने किया।
बता दें कि भारत ने प्राकृतिक आपदा के बाद मुसीबत में घिरे देशों और आर्थिक तंगी से जूझ रहे अल्प विकसित देशों की मदद करते हुए हर बार ग्लोबल साउथ के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की है। इसके अलावा भारत अपने जरूरतमंद पड़ोसी देशों का इंफ्रास्ट्रक्चर सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग करते हुए अपनी ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति पर कायम है।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)