उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) पावर कॉर्पोरेशन में आउटसोर्स कर्मचारियों की छंटनी करने की कवायद चल रही है। इसको लेकर बिजली कर्मचारियों में आक्रोश देखने को मिला। आउटसोर्स कर्मचारियों की छंटनी को लेकर उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ की मंगलवार को राजधानी लखनऊ के तालकटोरा में बैठक हुई। प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद खालिद की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में आउटसोर्स कर्मचारियों की छंटनी का विरोध जताया गया।
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद खालिद ने कहा कि यूपी पावर कार्पोरेशन प्रबंधन कुल कर्मचारियों की संख्या का लगभग 51% भाग के बराबर कर्मचारियों की तैनाती कर बिजली के लाइनों का अनुरक्षण, सब स्टेशनों का परिचालन, राजस्व वसूली, विद्युत विक्षेदन आदि काम करा रहा है। ऐसे में कर्मचारियों की संख्या कम होने के कारण उनके ऊपर कार्य का अधिक भार पड़ने से बड़े पैमाने पर दुर्घटनाएं भी हो रही हैं। जिसमें हर साल सैकड़ो कर्मचारियों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है। ऐसे में कर्मचारियों की छंटनी करने से जहां एक ओर उपभोक्ताओं को बिजली मुहैया कराने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा तो वहीं दूसरी ओर कर्मचारियों की दुर्घटनाओं में भी वृद्धि होगी।
संगठन के महामंत्री देवेंद्र कुमार पांडे ने बताया कि बिजली आउटसोर्स कर्मचारियों की छंटनी का सभी बिजली कमर्चारी विरोध कर रहे है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा दीपावली पर्व से पहले अक्टूबर 2024 के वेतन का भुगतान करने की भी मांग उठाई जा रही है। अगर इन मांगों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई तो अक्टूबर 2024 का वेतन भुगतान न होने और छंटनी के विरोध में दीपावली से पहले आन्दोलन शुरू करने का निर्णय लिया गया है।