कोलकाता : (मानवी मीडिया) आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हुए महिला डॉक्टर रेप-मर्डर केस को लेकर एक बार फिर डॉक्टर प्रदर्शन पर बैठ गए हैं. यह केस अभी शांत भी नहीं हुआ था कि कुल्तुली में 10 साल की बच्ची से रेप और मर्डर का मामला सामने आ गया. हालांकि, इस केस को लेकर ममता का अलग रुख देखने को मिल रहा है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने रविवार को पुलिस को निर्देश दिया कि इस मामले में पॉक्सो के तहत प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की जाए और दोषियों को 3 महीने के भीतर मृत्युदंड की सजा मिले.
अपराध का कोई रंग, जाति या धर्म नहीं: ममता
ममता बनर्जी ऑनलाइन माध्यम से कई दुर्गा पूजा पंडालों का उद्घाटन करने के बाद कोलकाता पुलिस बॉडीगार्ड लाइन्स में लोगों को संबोधित कर रही थीं. यहां उन्होंने कहा, कि अपराध का कोई रंग, जाति या धर्म नहीं होता. अपराध कोई भी हो दोषियों को सजा जरूर मिलेगी.
3 महीने के अंदर हो दोषियों को सजा
मुख्यमंत्री ने कहा, मैं चाहती हूं कि पुलिस कुलतली मामले में पॉक्सो अधिनियम के तहत FIR दर्ज करे, और दोषियों को तीन महीने के अंदर मृत्युदंड की सजा मिले. उन्होंने कहा- अपराध अपराध होता है; इसका कोई धर्म या जाति नहीं होती. अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
ममता ने बलात्कार के मामलों में ‘मीडिया ट्रायल’ पर आपत्ति जताते हुए कहा, कि इसे रोका जाना चाहिए क्योंकि इससे जांच में बाधा उत्पन्न हो सकती है.
खून से लथपथ मिली थी बच्ची
बता दें कि एक दिन पहले शनिवार को दक्षिण 24 परगना के कुलतली में एक 10 वर्षीय बच्ची का शव मिला. बच्ची के एक रिश्तेदार ने बताया, शुक्रवार शाम को बच्ची ट्यूशन से वापस आते समय लापता हो गई थी. शनिवार सुबह तक जब वह नहीं मिली, तो पुलिस ने जांच शुरू की. जयनगर इलाके में दलदली जमीन से लड़की का शव बरामद किया, और उसके पूरे शरीर पर खून के धब्बे मिले.