उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में दशहरे की शाम एक बड़ी घटना घटी, जिसने पूरे शहर को दहला दिया. शनिवार शाम एनसीपी के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी की बांद्रा में उनके कार्यालय के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई. यह घटना उस समय हुई जब विजयादशमी का उत्सव मनाया जा रहा था, और पटाखों की गूंज के बीच अपराधियों ने शोर का फायदा उठाते हुए इस वारदात को अंजाम दिया.
इस हमले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें से दो उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. जानकारी के मुताबित बाबा सिद्दीकी की हत्या को अंजाम देने में तीन लोग शामिल थे. शनिवार को पुलिस में दो आरोपियों का गिरफ्तार किया था और तीसरा शूटर अभी तक फरार है. मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों की पहचान गुरमैल बलजीत सिंह, जो हरियाणा का रहने वाला है, और धर्मराज कश्यप, जो उत्तर प्रदेश से है, के रूप में हुई है.
तीसरा फरार शूटर भी उत्तर प्रदेश का रहने वाला बताया जा रहा है. तीसरा शूटर शिवकुमार उर्फ शिवा गौतम है, जो कैसरगंज थाना क्षेत्र के गंडारा गांव का रहने वाला है. धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम मूल रूप से पुणे में मजदूरी का काम करते थे. दोनों कैसे मुंबई पहुंचे और इस घटना में कैसे शामिल हो गए? पुलिस टीम इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और दोनों के मुंबई पहुंचने के पीछे की साजिश को जानने का प्रयास कर रही है. मुंबई पुलिस ने पकड़े गए शूटरों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस से संपर्क किया है. जानकारी के अनुसार, प्रत्येक शूटर को उनके खर्चों के लिए 50-50 हजार रुपये दिए गए थे, हालांकि, इस पूरे षड्यंत्र के पीछे के हैंडलर की शिनाख्त अभी बाकी है.