लखनऊ (मानवी मीडिया)उत्तर प्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के मुख्यालय के सभागार में "जैविक कृषि आधारित कृषि उद्यमिता एवं ग्रामोद्योग से स्वरोजगार" विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी, उत्तर प्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड डॉ. उज्ज्वल कुमार ने कार्यशाला में उठाए गए महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्राथमिकता के आधार पर नाबार्ड, सीमैप, एन. बी. आर. आई. और उद्यान विभाग आदि से समन्वय स्थापित कर ग्रामोद्योग के माध्यम से नवाचार एवं रोजगार सृजन के अवसर उपलब्ध कराने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।
इस कार्यशाला में पद्मश्री डॉ. भारत भूषण त्यागी ने ग्रामीण क्षेत्रों में जैविक कृषि आधारित उद्यमिता की स्थापना हेतु खादी ग्रामोद्योग बोर्ड की महत्वपूर्ण भूमिका पर विस्तृत जानकारी दी। कार्यशाला में पी. एस. ओझा, पूर्व राज्य सलाहकार, जैविक ऊर्जा सलाहकार बोर्ड ने सहकारिता एवं एफ.पी.ओ. के माध्यम से ग्रामोद्योगी रोजगार सृजन की अपार संभावनाओं पर प्रकाश डाला। साथ ही, सीमैप, नाबार्ड, उद्यान विभाग और एन. बी. आर. आई. से आए वैज्ञानिकों एवं अधिकारियों ने भी बहुमूल्य जानकारी साझा की।
इस कार्यशाला में खादी बोर्ड के मंडलीय ग्रामोद्योग प्रशिक्षण केंद्रों के प्राचार्य, परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग अधिकारी, और खादी बोर्ड मुख्यालय के अधिकारीगण उपस्थित रहे।