लखनऊ : (मानवी मीडिया) उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देश पर मुख्यमन्त्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत प्रदेश में 51 हजार पति की मृत्यु के उपरान्त निराश्रित महिला (आयु 18 से 40 वर्ष) को इस वर्ष आवास आवंटित किये गये हैं। उप मुख्यमंत्री की पहल पर इस तरह की निराश्रित महिलाओं को मुख्यमंत्री आवास योजना-ग्रामीण की पात्रता की प्राथमिकता श्रेणी में सम्मिलित किया गया है। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि पति की मृत्यु के उपरान्त निराश्रित महिला (आयु 18 से 40 वर्ष) एक अत्यन्त ही संवेदनशील वर्ग है, जिससे सामाजिक एवं सरकारी स्तर पर बेहद सुरक्षा की आवश्यकता होती है।
इस उम्र की विधवा महिलाएं प्रायः ऐसी होती है ,जिनमें से अधिकांश के बहुत छोटे-छोटे बच्चे होते हैं, जिससे इनके सुरक्षा एवं सहयोग की आवश्यकता और बढ़ जाती है। राज्य सरकार ने इस आयु वर्ग के लाभार्थियों को समस्या के दृष्टिगत इन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के पात्रता/प्राथमिकता सूची में सम्मिलित कर एक क्रांतिकारी कदम उठाया है ,जो समाज के हर जरूरतमंद के साथ खड़े होने की राज्य सरकार की मंशा को दर्शाता है। उप मुख्यमंत्री ने कहा है कि मिशन शक्ति की दिशा में ग्राम्य विकास विभाग का यह क्रान्तिकारी कदम हैं।
इससे ग्राम्य विकास विभाग द्वारा मातृ शक्ति को बहुत बड़ा सम्बल मिला है। महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ रही है। प्रधानमंत्री जी के यशस्वी मार्गदर्शन में केंद्र और राज्य की सरकार, महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही हैं। हमारी माताओं, बहनों व बेटियों ने हर क्षेत्र में कदम से कदम मिलाकर नए भारत के निर्माण में अपना योगदान सुनिश्चित किया है। हम अपनी नारी शक्ति की ताकत, साहस, और दृढ़ता को नमन करते हैं और विभिन्न क्षेत्रों में उनकी उपलब्धियों की सराहना करते हैं। हमारी सरकार शिक्षा, उद्यमिता, कृषि, प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों में पहलों के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।