कजान (रूस) : (मानवी मीडिया) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ब्रिक्स समिट से इतर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बातचीत की। दोनों नेताओं के बीच करीब 5 साल बाद यह औपचारिक वार्ता हुई। जो मई 2020 में पूर्वी लद्दाख सीमा विवाद उत्पन्न होने के बाद दोनों देशों के बीच शीर्ष स्तर पर पहली संरचित बैठक है। इससे पहले 11 अक्टूबर 2019 को पीएम मोदी और जिनपिंग की मुलाकात हुई थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सीमा पर शांति रहे ये हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। मुझे यकीन है कि हम खुले मन से बातचीत करेंगे और हमारी चर्चा सकारात्मक होगी। चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग ने कहा कि दोनों देशों को अपने मतभेदों को सही तरीके से संभालना चाहिए। भारत और चीन को अपने संबंधों को स्थिर बनाए रखने के लिए एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करना चाहिए, जिससे दोनों देशों के विकास लक्ष्यों को पूरा करने में मदद मिल सके।
आपको बता दें कि यह वार्ता ऐसे समय में हुई है जब एक दिन पहले ही भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर अपनी सेनाओं द्वारा गश्त करने के समझौते पर सहमति जताई थी। चार साल से चल रहे गतिरोध को समाप्त करने की दिशा में इसे एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। नवंबर 2022 में मोदी और शी ने इंडोनेशियाई राष्ट्रपति द्वारा जी-20 नेताओं के लिए आयोजित रात्रिभोज में एक-दूसरे का अभिवादन किया और संक्षिप्त बातचीत की थी। पिछले वर्ष अगस्त में भी भारतीय प्रधानमंत्री और चीनी राष्ट्रपति ने ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) शिखर सम्मेलन के दौरान जोहानिसबर्ग में एक संक्षिप्त और अनौपचारिक बातचीत की थी।