वानिकी नव वर्ष 2024-25 के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह का शुभारम्भ - मानवी मीडिया

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Tuesday, October 1, 2024

वानिकी नव वर्ष 2024-25 के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह का शुभारम्भ

 

लखनऊ (मानवी मीडिया)मुख्य अतिथि राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पर्यावरण, वन, जन्तु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन, उत्तर प्रदेश, डॉ० अरूण कुमार सक्सेना ने दिनांक 01.10.2024 को प्लूटो हॉल, इन्दिरा गाँधी प्रतिष्ठान, लखनऊ में वानिकी नव वर्ष 2024-25 के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह का शुभारम्भ किया।

• मुख्य अतिथि  राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पर्यावरण, वन, जन्तु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन उत्तर प्रदेश, डॉ० अरूण कुमार सक्सेना ने कहा कि वानिकी वर्ष 2023-24 के अवसर पर 01 अक्टूबर 2023 को वानिकी नव वर्ष के शुभारम्भ के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित करने वाला

उत्तर प्रदेश देश का प्रथम राज्य है। • वानिकी नव वर्ष के प्रथम दिन मैं समस्त वन परिवार को बधाईयाँ देते हुए कार्यक्रम के आयोजन करने हेतु सराहना करता हूँ। विगत वर्ष वानिकी नव वर्ष के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित करने वाला उत्तर प्रदेश देश का प्रथम राज्य है। मुझे प्रसन्नता है कि विभाग द्वारा कार्यक्रम की निरन्तरता बनाए रखते हुए इस वर्ष भी वानिकी नव वर्ष के अवसर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।

•  मन्त्री  ने कहा कि विगत 01 अक्टूबर को पौधशाला प्रबन्ध अग्रिम मृदा कार्य, वन सुरक्षा एवं विभिन्न वानिकी गतिविधियों की एक वर्ष की अवधि अर्थात् 01 अक्टूबर 2023 से 30 सितम्बर 2024

तक की कार्ययोजना, कैलेण्डर वार्षिक कार्य योजना व लक्ष्य निर्धारित करने के परिणामस्वरूप विभाग की दक्षता में वृद्धि हुई है तथा पौधशाला में उपयुक्त ऊँचाई के स्वस्थ पौधे तैयार करने में सहायता मिली है। इसका परिणाम है कि इस वर्ष वर्षाकाल में उत्तर प्रदेश में एक दिन में 36.5 करोड़ से अधिक पौध तथा देश में एक पेड़ माँ के नाम विषयवस्तु पर आधारित माँ को समर्पित व उनकी स्मृति में देश में सर्वाधिक पौधे रोपित किए।  प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मन की बात कार्यक्रम में इसकी चर्चा करने का उल्लेख करते हुए  मन्त्री  ने समस्त वनाधिकारियों भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि आगामी वर्षों में भी इसी तरह उच्च मानदण्ड स्थापित करता रहे।

 वानिकी नव वर्ष के शुभारम्भ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष, उ०प्र० लखनऊ सुधीर कुमार शर्मा ने मंत्री , मंचासीन अतिथियों एवं समस्त अभ्यागतों का स्वागत करते हुए कहा कि विगत वर्ष की भाँति इस वर्ष भी वानिकी नव वर्ष के अवसर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। शर्मा ने वानिकी नव वर्ष की पृष्ठभूमि, महत्व एवं विभागीय कार्य योजनाओं के आलोक में विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि 01 अक्टूबर 2023 को वानिकी नव वर्ष के अवसर पर निर्धारित किए गए लक्ष्यों व सिल्विकल्चयर प्लान ऑफ ऑपरेशन में दिए गए प्राविधानों के अनुरूप वानिकी गतिविधियों को कुशलता, दक्षता व पारदर्शिता से सम्पादित किया गया। शर्मा ने मंत्रिगणों एवं अपर मुख्य सचिव, मनोज सिंह द्वारा वानिकी वर्ष के लक्ष्यों व कार्य योजना का निर्धारण करने सतत् मार्गदर्शन व प्रेरणा देने तथा वन परिवार के समस्त सदस्यों को निर्धारित लक्ष्य समयबद्ध रूप से प्राप्त करने हेतु बधाई देते हुए धन्यवाद दिया। प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष, उ०प्र० लखनऊ ने कहा कि वानिकी वर्ष 2023 के प्रथम दिन विभागीय प्राथमिकता निर्धारित करने का परिणाम उपयुक्त ऊँचाई के स्वस्थ पौधों का रोपण 36.5 करोड़ से अधिक पौधों का एक दिन में रोपण, माँ की स्मृति व माँ को अर्पित पौधों का विकर्ण रोपण तथा वनों की सुरक्षा तथा वन्य प्राणियों की संख्या वृद्धि के रूप में परिलक्षित हुआ।
• इस अवसर पर प्रबन्ध निदेशक, उत्तर प्रदेश वन निगम / प्रधान मुख्य वन संरक्षक, समाजिक एवं कृषि वानिकी सुनील चौधरी ने कहा कि विगत वर्ष 01 अक्टूबर को ही नोडल अधिकारी टीम लीडर व टीम के सदस्यों को नामित कर देने के फलस्वरूप इस वर्ष वृक्षारोपण कार्यों को गति देने व गुणवत्ता बनाए रखने में सहायत प्राप्त हुई। श्री चौधरी ने कहा कि ससमय कार्य योजना तैयार करने के कारण उत्तर प्रदेश वन निगम के लाभ में अकल्पनीय वृद्धि हुई है।

• मुख्य अतिथि, तथा मंचासीन अधिकारियों द्वारा वानिकी वर्ष 2023-24 में स्थापित विशिष्ट वनों से सम्बन्धित बुकलेट, वानिकी वर्ष 2023-24 में प्राप्त उपलब्धियों पर बुकलेट, विभिन्न वानिकी कार्यों के सम्बन्ध में ई मैगजीन, वन दर्शन पत्रक एवं 04 वन प्रभागों का सिल्वीकल्चर प्लॉन ऑफ आपरेशन का विमोचन किया गया।

• पेड लगाओ पेड़ बचाओ 2025 के मिशन निदेशक  दीपक कुमार मुख्य वन संरक्षक, प्रशासन अराजपत्रित उत्तर प्रदेश सह मिशन निदेशक पी०पी० सिंह, मुख्य वन संरक्षक, प्रचार-प्रसार, उप मिशन निदेशक के० इलान्गो, मुख्य वन संरक्षक, परियोजना  प्रमोद कुमार गुप्ता मुख्य वन संरक्षक, कोर्ट केस अदिति शर्मा, मुख्य वन संरक्षक, नीति विश्लेषण एवं समन्वय एवं मिशन टीम के सदस्य के रूप में डॉ० सोमेन्द्र कुमार नरेश, मुख्य सांख्यिकी अधिकारी, कैम्पा दशरथ, सांख्यिकी अधिकारी, योजना एवं कृषि वानिकी, उ०प्र० एवं  रॉबिन योजना एवं कृषि वानिकी, उ०प्र० के नामो की घोषणा की।

• मुख्य अतिथि एवं मंचासीन अधिकारियों द्वारा वृक्षारोपण जन अभियान, 2024 की मिशन टीम का सम्मान, पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ जन अभियान, 2025 के मिशन टीम व खेलकूद प्रतियोगिता हेतु चीफ डि मिशन की घोषणा की गई तथा उन्हें कमशः बैटन व शील्ड हस्तान्तरित की गई। इस अवसर पर उ०प्र० कैम्पा वेवसाइट का उद्घाटन किया गया।

अपर मुख्य सचिव, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उ०प्र० शासन मनोज सिंह ने विभागीय कार्यों में अभिनव प्रयोगों सतत् प्रयासों से विभागीय कार्यों में उत्कृष्टता लाने हेतु सतत् प्रेरित करने के लिए  मंत्री  तथा वानिकी नव वर्ष की अवधरणा को पुर्नजीवित करने हेतु प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष, उ०प्र० लखनऊ सुधीर कुमार शर्मा सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया। सिंह ने विगत वर्षों में विभागीय बजट 125 करोड़ रूपये बढकर 900 करोड रूपये का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश पर्यावरण स्वच्छता एव जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का सामना करने के लिए देश का नेतृत्व कर रहा है। अपर मुख्य सचिव, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उ०प्र० शासन  मनोज सिंह ने कहा कि संरक्षित क्षेत्रों में सोलर फेन्सिंग लगाए जाने, वायु प्रदूषण दूर करने हेतु विश्व बैंक पोषित योजना का क्रियान्वयन करने हेतु, मानव वन्य जीव संघर्ष न्यून करने, विभिन्न वानिकी कार्यों हेतु बजट की पर्याप्त व्यवस्था है। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि वृक्षारोपण की सफलता की नींव, पौधशाला का समुचित प्रबन्धन है। वानिकी वर्ष 2023 में पौधशाला को सुदृढ़ करने की योजना के फलस्वरूप इस वर्ष रोपण हेतु उपयुक्त ऊँचाई के स्वस्थ पौध उपलब्ध थे।

संजय श्रीवास्तव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्यजीव उत्तर प्रदेश ने विगत एक वर्ष में वन्यजीव व संरक्षित क्षेत्रों के प्रबन्धन में किए गए कार्यों तथा मानव वन्य जीव संघर्ष निवारण तथा ईकोपर्यटन को बढ़ावा देने के किए गए प्रयासों पर विस्तार से प्रकाश डाला। श्रीवास्तव ने कहा कि वृहद् स्तर पर वृक्षारोपण, वन सुरक्षा एवं जलीय पारिस्थितिकी तन्त्र प्रदूषण मुक्त करने के फलस्वरूप वन्य प्राणियों के प्राकृतवास में सुधार होने के फलस्वरूप, राष्ट्रीय पशु बाघ, राष्ट्रीय धरोहर हाथी, राष्ट्रीय जलीय जीव डॉल्फिन में वृद्धि दृष्टिगोचर हो रही है। श्रीवास्तव ने मंत्रिगणों, उच्चाधिकारियों एवं वनकर्मियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आगामी वर्षों में भी विभाग पूर्ण निष्ठा व समर्पण से कार्यों का सम्पादन करेगा।

• मंत्री की गरिमामयी उपस्थिति में आयोजित शुभारम्भ समारोह में अपर मुख्य सचिव, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उ०प्र० शासन मनोज सिंह, प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश सुधीर शर्मा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्यजीव, उत्तर प्रदेश, संजय श्रीवास्तव, महाप्रबन्धक वन निगम, उत्तर प्रदेश, सुनील चौधरी, व वन एवं वन्यजीव विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों व कार्मियों ने प्रतिभाग किया।

• सहायक वन संरक्षक, अपूर्वा पाण्डे ने मंच का संचालन किया 

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