एनसीआर में 10 एवं 15 साल पुराने वाहनों के संचालन पर लगाये रोक, पुराने वाहनों को कराये स्क्रेप- मंत्री अरुण म
लखनऊ (मानवी मीडिया)आज विकास भवन सभागार में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) वन, पर्यावरण, जन्तु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन विभाग उत्तर प्रदेश डा0 अरूण कुमार की अध्यक्षता में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के जनपद मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर, एवं शामली में वायु प्रदूषण नियंत्रण हेतु की जा रही कार्यवाही की समीक्षा बैठक आहूत की गई। मंत्री एवं अन्य उच्च अधिकारियों द्वारा सर्किट हाउस से विकास भवन सभागार तक इलेक्ट्रिक वाहन में यात्रा की गयी जिससे कि जनता में पर्यावरण के प्रति जागरूकता का संदेश जा सके। उन्होने किसानो को फसल अवशेष न जलाये जाने हेतु जागरूक करने के लिए प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।समीक्षा बैठक में मंत्री द्वारा मेरठ, बागपत मुजफ्फरनगर एवं शामली जनपदों में वायु प्रदूषण के नियंत्रण हेतु एवं एनसीआर में वर्तमान में लागू ग्रैप के प्राविधानों के अनुपालन में अभी तक संबंधित विभागों द्वारा की गई कार्यवाही की जानकारी प्राप्त करते हुये आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। राज्यमंत्री द्वारा सभी संबंधित जिलों के संबंधित अधिकारियों को दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण के नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु कमीशन फॉर ऐयर क्वालिटी मैनेजमेंट इन एनसीआर एंड एडज्वाईनिंग ऐरिया द्वारा निर्गत निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन किये जाने हेतु निर्देशित किया गया एवं संबंधित जनपदों में सड़कों पर धूल नियंत्रण एवं समुचित पानी के छिड़काव की पर्याप्त व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये जिससे जनपद की वायु गुणवत्ता कुप्रभावित न हो।
मंत्री ने संबंधित अधिकारी को एनसीआर में 10 एवं 15 साल पुराने वाहनों के संचालन को रोकने तथा ज्यादा पुराने वाहनों को स्क्रेप कराने के निर्देश दिये। उन्होने पुलिस विभाग को निर्देशित किया कि सामान हेतु प्रयुक्त किये जाने वाले वाहन अनकवर्ड न हो। मा० मंत्री जी द्वारा कृषि विभाग को किसानों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करने के लिये कहा गया जिससे किसान खेतों में पराली न जलाये। उन्होने किसानों द्वारा खेतों में जलायी जाने वाली पराली से उत्पन्न होने वाले बीमारियों के बारे में भी प्रकाश डाला।
अपर मुख्य सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, उ०प्र० शासन द्वारा समस्त जिलों के संबंधित अधिकारियों से ग्रैप लागू होने के पश्चात उनके विभाग द्वारा अभी तक की गई कार्यवाही की जानकारी प्राप्त की गई। उन्होने कहा कि दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण के नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु कमीशन फॉर ऐयर क्वालिटी मैनेजमेंट इन एनसीआर एंड एडज्वाईनिंग ऐरिया द्वारा निर्गत निर्देशों का नियमित रूप से अनुपालन किया जायें एवं शहरी क्षेत्र में आवागमन हेतु ज्यादा से ज्यादा सीएनजी/विद्युत आधारित सार्वजनिक वाहनों का उपयोग सुनिश्चित किया जाये।
उनके द्वारा सभी कंस्ट्रक्शन एवं डिमोलिशन इकाइयों को अपने-अपने परियोजना स्थल पर एवं उनके आसपास के क्षेत्र में व्यापक रूप से धूल नियंत्रण एवं पानी का समुचित छिड़काव सुनिश्चित करने हेतु एण्टी स्मोग गन, वाटर टैंकर द्वारा लगातार पानी का छिड़काव करने एवं नगर निगम को शहरी क्षेत्र में सड़को की मशीनों द्वारा सफाई किये जाने के निर्देश दिये गये ।सदस्य सचिव, उ०प्र० प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, लखनऊ द्वारा सभी संबंधित जनपदों के उत्तरदायी अधिकारियों को कमीशन फॉर ऐयर क्वालिटी मैनेजमेंट इन एनसीआर एंड एडज्वाईनिंग ऐरिया द्वारा निर्गत निर्देशों का प्रस्तुतीकरण कर तय नियमों की क्रमवार जानकारी दी गयी।
इस अवसर पर विधायक मेरठ कैंट अमित अग्रवाल, जिलाधिकारी दीपक मीणा, नगर आयुक्त सौरभ गंगवार, ज्वाईंट मजिस्ट्रेट नारायणी भाटिया, डीएफओ राजेश कुमार, एसपी ट्रैफिक राघवेन्द्र मिश्रा, एसडीएम सरधना महेश दीक्षित, एसडीएम सदर कंडारकर कमल किशोर देशभूषण, अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार, जिला सूचना अधिकारी सुमित कुमार, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भुवन प्रकाश यादव सहित अन्य संबंधित अधिकारी व जनपद बागपत, मुजफ्फरनगर, एवं शामली के संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।