लखनऊ / नई दिल्ली, (मानवी मीडिया ) मारुति सुज़ुकी इंडिया लिमिटेड (एमएसआईएल) ने उत्तर प्रदेश में 12 और ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट ट्रैक के ऑटोमेशन का कार्य शुरू करने के लिए राज्य के परिवहन विभाग के साथ एक समझौता किया है। दिसंबर, 2023 में समझौता ज्ञापन पर किए गए हस्ताक्षर के तहत, राज्य में पांच टेस्ट ट्रैक पहले ही शुरू किए जा चुके हैं।
अलीगढ़, आजमगढ़ (2), बस्ती, बरेली, गोंडा, झांसी, मेरठ, मिर्जापुर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर और प्रतापगढ़ में स्थित 12 अतिरिक्त ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक का इस्तेमाल दो-पहिया, हल्के मोटर वाहन और भारी मोटर वाहन ड्राइविंग लाइसेंस टेस्टिंग के लिए किया जाएगा।
मारुति सुज़ुकी के CSR प्रयासों की सराहना करते हुए, दयाशंकर सिंह, परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), उत्तर प्रदेश ने कहा, “मारुति सुजुकी द्वारा उत्तर प्रदेश में पांच ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक के सफलतापूर्वक संचालन के बाद, हम 12 अतिरिक्त टेस्ट ट्रैक के लिए हम अपनी इस साझेदारी का विस्तार करते हुए काफी प्रसन्न हैं। ऑटोमेशन ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया को अधिक वैज्ञानिक, पारदर्शी और कुशल बनाता है और यह सड़क सुरक्षा को बढ़ाने एवं दुर्घटनाओं को कम करने के हमारे लक्ष्य को हासिल करने में भी मदद करेगा। मारुति सुजुकी ने इस साल की शुरुआत में अयोध्या, गोरखपुर, मथुरा, प्रयागराज और वाराणसी के डीटीटीआई में टेस्ट ट्रैक के ऑटोमेशन का कार्य पूरा किया है।”
राहुल भारती, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, कॉरपोरेट अफेयर्स, मारुति सुज़ुकी इंडिया लिमिटेड ने कहा, “इस महत्वपूर्ण सड़क सुरक्षा परियोजना में हमारे ऊपर भरोसा करने के लिए हम उत्तर प्रदेश सरकार को धन्यवाद करते है। हम साथ मिलकर ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने की मूल्यांकन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और स्वचालित बनाने का प्रयास करेंगे। ड्राइविंग लाइसेंस टेस्टिंग का ऑटोमेशन एक सकारात्मक बदलाव की शुरुआत करेगा, जो केवल सक्षम उम्मीदवारों को ही ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करना सुनिश्चित करके सड़क दुर्घटनाओं को कम करने की दिशा में एक लंबा सफर तय करेगा।”भारती ने आगे कहा, “मारुति सुज़ुकी सड़क सुरक्षा के पांच स्तंभों 5E’s यानी इंजीनियरिंग (Engineering), शिक्षा (Education), मूल्यांकन (Evaluation), प्रवर्तन (Enforcement) और आपातकालीन (Emergency care) देखभाल पर केंद्रित पहलों का संचालन कर रही है। ऑटोमैटेड ड्राइविंग लाइसेंस टेस्टिंग एक कठोर और मानकीकृत मूल्यांकन के बाद ड्राइविंग लाइसेंस प्रदान करने के लिए शून्य मैनुअल हस्तक्षेप के साथ मूल्यांकन प्रक्रिया को मजबूत बनाता है और यह Evaluation पहल के अंतर्गत एक ठोस कदम है । हमारे प्रयास सुनिश्चित करते है कि केवल सक्षम ड्राइवर को ही लाइसेंस मिले ।
हाई-डेफिनेशन कैमरों और एकीकृत आईटी सिस्टम से लैस ऑटोमैटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक, ड्राइविंग लाइसेंस टेस्टिंग के लिए 100 प्रतिशत कम्प्यूटरीकृत और पारदर्शी प्रक्रिया को सुनिश्चित करता है। लाइसेंस आवेदकों का मूल्यांकन ऑटोमैटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक पर टेक्नोलॉजी का उपयोग कर ऑटो-जनरेट किए गए परिणामों के साथ एक व्यापक परीक्षण के माध्यम से किया जाता है। यह टेस्ट केंद्रीय मोटर वाहन नियमों (सीएमवीआर) के अनुसार उम्मीदवारों का आकलन करने के लिए डिजाइन किया गया है।