वाशिंगटन : (मानवी मीडिया) दुनिया में तेजी से भारत का कद बढ़ रहा है। इस प्रमाण ‘भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप’ आर्थिक गलियारे की प्रगति पर बैठक है। इस परियोजना पर यूएस और यूएई ने चर्चा की। इस परियोजना को नई दिल्ली में जी 20 के नेताओं ने पेश किया था।अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और संयुक्त अरब अमीरात के उनके समकक्ष शेख मोहम्मद बिन जायद ने एक दूसरे के साथ बैठक की। दोनों नेताओं ने भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे (IMEC) की प्रगति पर चर्चा की। साथ ही ‘अंतरराष्ट्रीय संपर्क के एक नए युग’ की शुरुआत करने की इसकी क्षमता को रेखांकित किया। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को 2023 में नई दिल्ली में आयोजित जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में भारत, सऊदी अरब, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूरोपीय संघ के नेताओं के साथ मिलकर पेश किया गया था। यह गलियारा पूरा होने पर यूनान के जरिये यूरोप को जोड़गा। भारत को संयुक्त अरब अमीरात (UAE), सऊदी अरब, जॉर्डन और इसराइल से जहाज और रेल संपर्क प्रदान करेगा। संयुक्त बयान के मुताबिक, व्हाइट हाउस में सोमवार को आयोजित बैठक में बाइडन और जायद ने पुष्टि की कि यह गलियारा आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देगा, दक्षता में वृद्धि करेगा, ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करेगा और एशिया, यूरोप तथा पश्चिम एशिया के परिवर्तनकारी एकीकरण को सक्षम बनाएगा। बयान में कहा गया, दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि इस परिवर्तनकारी साझेदारी में वैश्विक व्यापार और स्वच्छ ऊर्जा वितरण को सुविधाजनक बनाने, बिजली तक विश्वसनीय पहुंच का विस्तार करने और दूरसंचार को मजबूत करने के लिए अंतरराष्ट्रीय संपर्क के एक नए युग की शुरुआत करने की क्षमता है।
वाशिंगटन : (मानवी मीडिया) दुनिया में तेजी से भारत का कद बढ़ रहा है। इस प्रमाण ‘भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप’ आर्थिक गलियारे की प्रगति पर बैठक है। इस परियोजना पर यूएस और यूएई ने चर्चा की। इस परियोजना को नई दिल्ली में जी 20 के नेताओं ने पेश किया था।अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और संयुक्त अरब अमीरात के उनके समकक्ष शेख मोहम्मद बिन जायद ने एक दूसरे के साथ बैठक की। दोनों नेताओं ने भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे (IMEC) की प्रगति पर चर्चा की। साथ ही ‘अंतरराष्ट्रीय संपर्क के एक नए युग’ की शुरुआत करने की इसकी क्षमता को रेखांकित किया। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को 2023 में नई दिल्ली में आयोजित जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में भारत, सऊदी अरब, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूरोपीय संघ के नेताओं के साथ मिलकर पेश किया गया था। यह गलियारा पूरा होने पर यूनान के जरिये यूरोप को जोड़गा। भारत को संयुक्त अरब अमीरात (UAE), सऊदी अरब, जॉर्डन और इसराइल से जहाज और रेल संपर्क प्रदान करेगा। संयुक्त बयान के मुताबिक, व्हाइट हाउस में सोमवार को आयोजित बैठक में बाइडन और जायद ने पुष्टि की कि यह गलियारा आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देगा, दक्षता में वृद्धि करेगा, ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करेगा और एशिया, यूरोप तथा पश्चिम एशिया के परिवर्तनकारी एकीकरण को सक्षम बनाएगा। बयान में कहा गया, दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि इस परिवर्तनकारी साझेदारी में वैश्विक व्यापार और स्वच्छ ऊर्जा वितरण को सुविधाजनक बनाने, बिजली तक विश्वसनीय पहुंच का विस्तार करने और दूरसंचार को मजबूत करने के लिए अंतरराष्ट्रीय संपर्क के एक नए युग की शुरुआत करने की क्षमता है।