नई दिल्ली(मानवी मीडिया): महाराष्ट्र के कोल्हापुर में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने को लेकर एक तरफ जहां बवाल मचा हुआ है तो दूसरी तरफ सियासत पूरी तरह से गर्मा गई है। वहीं इस मामले को लेकर महाविकास अघाड़ी मुंबई में प्रदर्शन कर रही है। इसे जोड़े मारो (जूता मारो) आंदोलन नाम दिया गया है।
महाविकास अघाड़ी ने साउथ मुंबई के हुतात्मा चौक से गेटवे ऑफ इंडिया तक पैदल मार्च निकाला। इसमें उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, शरद पवार, सुप्रिया सुले, नाना पटोले समेत एनवीए की तीनों पार्टियों के बड़े नेता शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान उद्धव ठाकरे ने सीएम शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के पोस्टर पर चप्पल मारी। उन्होंने कहा- मोदी की माफी अंहकार से भरी हुई थी। वहीं, शरद पवार ने कहा- मूर्ति गिरना भ्रष्टाचार का एक उदाहरण है। दूसरी तरफ सीएम शिंदे ने कहा कि विपक्ष मामले पर राजनीति कर रहा है। जनता यह देख रही है। आने वाले चुनाव में महाराष्ट्र की जनता इन्हें जूतों से पीटेगी। भाजपा ने भी विपक्ष के प्रदर्शन के खिलाफ मुंबई में प्रोटेस्ट किया है।
गेटवे ऑफ इंडिया से भाजपा का गेट आउट ऑफ इंडिया करना है
शिवसेना (यूबीटी चीफ) उद्धव ठाकरे ने कहा- महाराष्ट्र जो कुछ भी चल रहा है कि इसे मैं राजनीति नही मानता हूं। इस गलती को माफी नही है। अपना दुख व्यक्त करने के लिए हमने गेट वे ऑफ इंडिया चुना है। यहां से भाजपा का गेट आउट ऑफ इंडिया करना है। मोदी ने माफी क्यों मांगी ? पुतला गिरे इसके लिए या प्रतिमा में भ्रष्टाचार हुआ इसके लिए माफी मांगी है। मोदी किस-किस के लिए माफी मांगेंगे। जल्दबाजी में चुनाव के लिए राम मंदिर का उद्घाटन किया, संसद भवन का उद्घाटन किया सब से पानी टपक रहा है।