राजस्थान : (मानवी मीडिया) जोधपुर में एक अस्पताल में ऑपरेशन के बाद तबीयत बिगड़ने के चलते गुजरात के अहमदाबाद के एक अस्पताल में भर्ती 33 वर्षीय उपमंडलीय मजिस्ट्रेट का निधन हो गया है। अधिकारियों ने गुरुवार को को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) की अधिकारी प्रियंका बिश्नोई को पेट में दर्द हुआ था और चिकित्सकीय जांच में उनके गर्भाशय में एक गांठ का पता चला था।उन्होंने बताया कि इसके बाद प्रियंका की पांच सितंबर को जोधपुर के एक निजी अस्पताल में हिस्टेरेक्टॉमी (गर्भाशय निकालने की सर्जरी) की गई।
एक अधिकारी ने बताया कि छह सितंबर को प्रियंका की हालत बिगड़ने के बाद उनके परिवार ने उन्हें अगले दिन अहमदाबाद के एक अस्पताल में भर्ती कराया। उन्होंने बताया कि प्रियंका का अस्पताल में 13 दिन तक इलाज किया गया लेकिन बुधवार देर रात उनकी मौत हो गई। अधिकारी ने बताया कि प्रियंका के परिवार ने जोधपुर अस्पताल के चिकित्सकों पर ऑपरेशन के दौरान चिकित्सकीय लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद लोगों ने प्रदर्शन किए और बिश्नोई समुदाय के लोगों समेत कुछ लोग जोधपुर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के बाहर एकत्र हुए। उन्होंने आरोपी चिकित्सक एवं अस्पताल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने की मांग की। अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने उन्हें बताया कि सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार,गठित टीम की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही पुलिस मामला दर्ज कर सकती है। इसके बाद शव ले जाने पर सहमति बनी और करीब साढ़े चार घंटे बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ।’’
इसके बाद प्रियंका के परिजन और बिश्नोई समाज के लोग शव को अंतिम संस्कार के लिए फलोदी के सुरपुरा ले गए। इस बीच, लोगों का गुस्सा देखते हुए जोधपुर अस्पताल और उसके निदेशक के आवास पर भी देर रात सुरक्षा बढ़ा दी गई। प्रियंका बीकानेर की रहने वाली थीं और 2016 बैच की आरएएस अधिकारी थीं। वह जोधपुर में उप-जिला मजिस्ट्रेट के तौर पर कार्यरत थीं। इस बीच, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने प्रियंका के निधन पर शोक व्यक्त किया।