लखनऊ (मानवी मीडिया)सुल्तानपुर सर्राफा लूट कांड के आरोपित मंगेश यादव की एनकाउंटर में मौत हो गई। सारी परिस्थितियाँ एनकाउंटर के फर्जी होने की तरफ इशारा कर रही हैं। इतना ही नहीं जिस तरह से घटना के मुख्य आरोपी मुख्यमंत्री के सजातीय विनय सिंह को एस.टी.एफ. और पुलिस की नाक की नीचे से कोर्ट में सरेंडर कराया गया और बाकी आरोपियों को भी पैर में गोली मारकर गिरफ्तार किया गया उससे एक बात और चर्चा में है कि कहीं मंगेश का एनकाउंटर उसके पिछड़े वर्ग से होने की वजह से तो नहीं किया गया।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, पूर्व मंत्री अजय राय जौनपुर स्थित मंगेश यादव के घर पहुंचे और परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी और घटना की वस्तुस्थिति की जानकारी ली। अजय राय ने परिजनों को कांग्रेस पार्टी की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
अजय राय ने कहा कि पुलिस की कहानी में कई झोल हैं, और प्रथम दृष्टया देखने से ही ये फर्जी एनकाउंटर लग रहा है।
1. राय ने कहा कि जो व्यक्ति इतने संगीन अपराध में लिप्त होगा, क्या वो बेखबर अपने घर पर सोयेगा?
2. 02 तारीख की देर रात मंगेश यादव को उसके घर से पुलिस उठाती है और दो दिन बाद का एनकाउंटर दिखाती है। मंगेश के परिजनों के इस बयान के बाद पूरी पुलिसिया कहानी फेल हो गई है।
3. लूट का अब तक केवल 10 प्रतिशत माल ही बरामद हुआ है, सवाल ये है कि बाकी माल कहां है?
अजय राय ने कहा कि पूरा प्रदेश पुलिसिया खौफ में जी रहा है। योगी आदित्यनाथ के राज में पुलिस निरंकुश हो गई है। योगी जी का खुद कानून और न्यायालयों पर कोई भरोसा नहीं रह गया है। उनके राज में या तो बुल्डोजर से घर गिराए जाते हैं या फर्जी एनकाउंटर होते हैं।
अजय राय ने कहा कि मंगेश यादव फर्जी एनकाउंटर की न्यायिक जांच हाईकोर्ट के किसी सिटिंग जज से कराई जानी चाहिए।
इस मौके पर पूर्व विधायक नदीम जावेद, प्रदेश कांग्रेस कोषाध्यक्ष शिव पाण्डेय एवं प्रदेश महासचिव प्रभारी संगठन अनिल यादव भी मौजूद रहे।