उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) सीएम योगी ने अयोध्या के मिल्कीपुर में जनसभा को संबोधित किया। अखिलेश यादव का नाम लिए बिना कहा- सपा सरकार में माफिया की पैरलर सरकार चलती थी। बबुआ अपने घर के बाहर नहीं निकलता था। दोपहर 12 बजे सोकर उठता था। सारे माफिया इनके चचा जान जैसे हैं। योगी ने कहा- जैसे कुत्ते की पूंछ सीधे नहीं हो सकती, वैसे ही बेटियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाले सपा के दरिंदे ठीक नहीं हो सकते हैं। राम भक्तों के खून से जिनके हाथ सने हों, वो अयोध्या की चर्चा करते हैं, तो ताज्जुब होता है। अयोध्या में जब-जब दीप जलते हैं तो परेशानी दो लोगों को होती है। एक- सपा मुखिया। दूसरा- पाकिस्तान।
इन्हें अंधेरा पसंद है, क्योंकि ये लोग अंधेरे में डकैती डालते हैं। योगी लोकसभा चुनाव के रिजल्ट के बाद चौथी बार अयोध्या पहुंचे थे। मिल्कीपुर उपचुनाव से उनकी इस विधानसभा सीट पर पहली जनसभा है। सीएम ने 1000 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। सीएम योगी ने लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड बांटे। 1- जिले का सबसे बड़ा माफिया सपा का शार्गिद बनता था 2017 से पहले सपा के गुंडे गरीबों का राशन हजम कर जाते थे। तब किसी भी जिले में जो जितना बड़ा माफिया और गुंडा था, वो सपा का शार्गिद था। उनका पदाधिकारी था। माफिया की पैरलर सरकार चलती थी। प्रदेश की जनता पिसती थी। जब गुर्गों को दिक्कत तो सरगना परेशान होगा सपाई जमीनों पर कब्जा कराते थे। 2017 में सरकार बनने के बाद एंटी भू-माफिया टास्क फोर्स बनाई।
सपा के माफिया और गुंडों से जमीन मुक्त कराई। जब गुर्गों से कब्जा मुक्त कराएंगे तो सरगना को परेशानी होगी ही। इसलिए सरगना बार-बार कहता है कि अयोध्या में जमीन घोटाला हुआ। मैं बताना चाहूंगा कि जमीन का घोटाला नहीं हुआ। यहां 1700 करोड़ रुपए किसानों को मुआवजा दिया गया। एक भी आदमी यह नहीं कह सकता कि यहां जमीन का घोटाला हुआ है। तुष्टिकरण के लिए अराजकता फैलाई गई मुस्लिम तुष्टिकरण की हद पार करते हुए इन्होंने किस कदर अराजकता फैलाई थी। ये कहते थे कि जन्माष्टमी में भजन न गाओ, इन्होंने थानों में जन्माष्टमी कार्यक्रम को बंद कर दिया था, क्योंकि हरे रामा-हरे कृष्णा की धुन कुछ लोगों को पसंद नहीं थी। इसलिए सपा इसको बैन करती थी। कांवड़ यात्रा पर भी बैन लगाते थे। दुर्गा पूजा में अयोध्या का दंगा किसने नहीं देखा। काली मंदिर में कैसे सपा की सरकार में मूर्ति चोरी हो गई थी। मैं गोरखपुर का सांसद था, मुझे आंदोलन करने अयोध्या आना पड़ा था। 4- इन लोगों को विवादित ढांचा प्यारा था जिस अयोध्या के बारे में ये कहते थे कि एक परिंदा भी पर नहीं मार सकता। आज उसी अयोध्या में 22 जनवरी से लेकर अब तक 3 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आ चुके हैं।
अयोध्या में दीप जलते हैं तो परेशानी दो लोगों को होती है, एक सपा मुखिया, दूसरा- पाकिस्तान, क्योंकि इन्हें पता है कि अयोध्या में जलने वाला एक-एक दीप अयोध्या ही नहीं, प्रदेश और देश को रोशन करेगा। आज जब अयोध्या सुंदर हो गई है। ऐसे में उन लोगों को परेशान हो रही है कि अयोध्या कैसे सुंदर हो गई है। क्योंकि इनको तो वो विवादित ढांचा प्यारा था, जिनको राम भक्तों ने नेस्तानाबूद कर दिया था। सीएम योगी ने पीएम आवास को चाबी लाभार्थियों की सौंपी। 5- अब की अयोध्या को देखेंगे, तो आंखें चौंधिया जाएंगी आज आप अयोध्या आइए, देखिए रामपथ-भक्तिपथ सब फोरलेन है। 2017 से पहले की अयोध्या और आज की अयोध्या को ये लोग देखेंगे तो इनकी आंखें चौंधिया जाएंगी। अब अयोध्या देश की पहली सोलर सिटी बन रही है। भगवान सूर्य की रोशनी से जगमगाएगी। सपा के लोग जो अंधेरे में रहने के आदी हैं, ये इसे कैसे स्वीकार कर सकते हैं। विकास इनका एजेंडा नहीं रहा है।
किसी ने सोचा था कि क्या अयोध्या में इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा। हजारों वर्ष पहले पुष्पक विमान से प्रभु श्रीराम आए थे, लेकिन कांग्रेस और सपा के मन में कभी भी ये भाव नहीं आया कि अयोध्या में एक एयरपोर्ट बने। माफिया के सामने नाक रगड़ने वाला संत परंपरा को माफिया कह रहा प्रदेश के माफिया चाहे वो गाजीपुर, प्रयागराज, अंबेडकरनगर और रामपुर का रहा हो। ये सब तो इनके चचा जान जैसे थे। माफियाओं के सामने नाक रगड़ने वाला व्यक्ति आज भारत की संत परंपरा को माफिया कहता है। अगर सपा का सही चेहरा देखना हो तो इनका चेहरा वही है जो भदरसा में सपा के नेता मोईद खान ने किया है। कन्नौज में इनका एक नवाब सिंह यादव है, उसने भी एक बेटी के साथ ऐसा ही कुकृत्य किया है। इनका कानपुर में एक विधायक जो अब पूर्व विधायक बन चुका है।