कर्नाटक के मुजराई मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने कहा कि राज्य के प्रमुख मंदिरों में प्रसाद बनाने में अब से केवल नंदिनी घी का उपयोग किया जाएगा, जो कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (केएमएफ) द्वारा आपूर्ति किया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि सभी मंदिरों में दिए जाने वाले प्रसाद की गुणवत्ता की भी सख्त जांच की जाएगी। रेड्डी ने कहा कि आज या कल एक सर्कुलर जारी किया जाएगा, जिसमें यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी प्रमुख मंदिरों में प्रसाद में केवल नंदिनी घी का ही उपयोग हो। हम प्रसाद की गुणवत्ता की भी नियमित रूप से जांच करेंगे।
बता दें कि इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने यह आरोप लगाया कि पिछली वाईएसआरसीपी सरकार के दौरान तिरुमाला के श्री वेंकटेश्वर मंदिर में परोसे जाने वाले लड्डू में घटिया सामग्री और पशु वसा का उपयोग किया गया था। नायडू के इस दावे के बाद, वाईएसआरसीपी के नेता और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने इसका कड़ा विरोध किया। उन्होंने कहा कि टीडीपी (तेलुगु देशम पार्टी) धार्मिक मुद्दों का राजनीतिकरण कर रही है। रेड्डी ने यह भी कहा कि मंदिर में उपयोग किए जाने वाले घी और अन्य सामग्रियों के लिए सख्त गुणवत्ता मानकों का पालन किया जाता है, और किसी भी उत्पाद को तभी उपयोग किया जाता है जब वह मान्यता प्राप्त गुणवत्ता परीक्षण से गुजरता है।