उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) बदलापुर स्कूल में बच्चियों से यौन शोषण के आरोपी अक्षय शिंदे के एनकाउंटर पर विपक्षी दलों के नेता लगातार सवाल उठा रहे हैं. आज बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी इस तरह के एनकाउंटर पर कड़ी टिप्पणी की. कोर्ट ने एनकाउंटर पर संदेह जताया है. लेकिन दूसरी तरफ कुछ लोग एनकाउंटर को सही ठहरा रहे हैं. एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे की पत्नी शर्मिला ठाकरे ने भी इस एनकाउंटर को महिलाओं के हक बताया है. एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान शर्मिला ठाकरे ने कहा कि वह कोई संत नहीं था,
ऐसे अपराधियों का एनकाउंटर होना चाहिए.राज ठाकरे की पत्नी शर्मिला ठाकरे ने ये भी कहा कि एक महिला होने के नाते मुझे इस एनकाउंटर पर गर्व महसूस हुआ. उन पुलिसकर्मियों की सराहना की जानी चाहिए, जिनकी गोली से अक्षय शिंदे मारा गया. उन्होंने कहा कि महिलाओं में सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिए ऐसे एनकाउंटर होने चाहिए. शर्मिला ठाकरे ने कहा कि अक्षय शिंदे एनकाउंटर में जख्मी पुलिस अधिकारी नीलेश मोरे से आज मैंने मुलाकात की. इसके बाद शर्मिला ठाकरे ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैं किसी राजनीतिक दल की ओर से या राज ठाकरे की पत्नी के रूप में नहीं बोल रही हूं.
मैं एक आम महिला के तौर पर बोल रही हूं. मेरी खुद एक बेटी है. मुझे भी उसकी सुरक्षा की चिंता है. शर्मिला ठाकरे ने कहा- मैं महिलाओं की एक प्रतिनिधि के रूप में ऐसा बोल रही हूं.शर्मिला ठाकरे ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा आज चिंता का विषय है. आए दिन हम अखबार में पढ़ते हैं, महिलाओं के खिलाफ हिंसक अपराध होते हैं. बलात्कार के बाद उसकी नृशंस हत्या कर दी जाती है. राजनीति क्या कहती है, विपक्ष क्या बोलता है, अदालत क्या कहती है
मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. एक महिला होने के नाते मुझे इस तरह के अपराध करने वाले के साथ कोई सहानुभूति नहीं. एनकाउंटर करने वाली पुलिस की प्रशंसा की जानी चाहिए. अक्षय शिंदे के परिवार के सवालों पर शर्मिला ठाकरे ने कहा- उज्जवल निकम जी ने सही कहा कि अदालत में मामला जितना लंबा चलता है, महिलाएं उतनी ही अधिक असुरक्षित महसूस करती हैं. दिल्ली निर्भया केस में 6 साल बाद आरोपियों को फांसी की सजा दी गई. 6 साल ऐसे अपराधी को जीने का अधिकार दिया गया. शर्मिला ठाकरे ने कहा कि हम महिलाओं के लिए ऐसा मजबूत कानून चाहते हैं जो दोषी को जल्द सजा दे