लखनऊ (मानवी मीडिया) केन्द्रीय बजट 2024-25 में की गई घोषणा के अनुसार, केन्द्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण 18 सितम्बर, 2024 को नई दिल्ली में एनपीएस वात्सल्य योजना का शुभारंभ करेंगी। शुभारंभ में स्कूली बच्चे भी शामिल होंगे। नई दिल्ली में आयोजित मुख्य समारोह से देश में लगभग 75 स्थान वर्चुअल माध्यम से जुड़ेंगे जहां पर भव्य कार्यक्रमों के माध्यम से योजना की जानकारी दी जाएगी। उत्तर प्रदेश में यह कार्यक्रम बैंकर्स समिति के माध्यम से छह जनपदों लखनऊ, अयोध्या, सहारनपुर, लखीमपुर खीरी, संभल और देवरिया जनपदों में आयोजित किए जाएंगे।
इन जनपदों में अग्रणी बैंक प्रबंधक LDM को कार्यक्रम आयोजन की ज़िम्मेदारी दी गई है। बच्चों के भुगतानकर्ता पीआरएएन कार्ड के साथ एनपीएस वात्सल्य में शामिल होंगे एनपीएस वात्सल्य बच्चों के वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने की शुरुआत को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। केन्द्रीय वित्त मंत्री एनपीएस वात्सल्य की सदस्यता लेने के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की शुरुआत करेंगी, योजना विवरणिका जारी करेंगी और नए नाबालिग ग्राहकों को स्थायी सेवानिवृत्ति खाता संख्या (पीआरएएन) कार्ड वितरित करेंगी। नई दिल्ली में इसके शुभारंभ के अंतर्गत, एनपीएस वात्सल्य कार्यक्रम पूरे देश में लगभग 75 स्थानों पर एक साथ आयोजित किए जाएंगे।
अन्य स्थान वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इसमें शामिल होंगे और उस स्थान पर नए नाबालिग ग्राहकों को पीआरएएन सदस्यता भी वितरित की जाएगी। एनपीएस वात्सल्य माता-पिता को पेंशन खाते में निवेश करके अपने बच्चों के भविष्य के लिए बचत करने के साथ दीर्घकालिक धन सुनिश्चित करने की अनुमति देगा। एनपीएस वात्सल्य लचीला योगदान और निवेश का विकल्प प्रदान करता है, जिससे माता-पिता बच्चे के नाम पर सालाना 1,000 रुपये का निवेश कर सकते हैं, जिससे यह सभी आर्थिक पृष्ठभूमि वाले परिवारों के लिए सुलभ हो जाता है। यह नई पहल बच्चों के वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने के लिए शुरू की गई है, जो भारत की पेंशन प्रणाली में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना पेंशन फंड विनियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) के तहत चलाई जाएगी।एनपीएस वात्सल्य की शुरुआत भारत सरकार की सभी के लिए दीर्घकालिक वित्तीय योजना और सुरक्षा को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह भारत की भावी पीढ़ियों को अधिक वित्तीय रूप से सुरक्षित और स्वतंत्र बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।