लखनऊ (मानवी मीडिया)नवयुग कन्या महाविद्यालय के हिंदी विभाग की नवज्योतिका संस्था और क्षितिज संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में हिंदी दिवस के अवसर पर स्वरचित काव्यपाठ प्रतियोगिता और भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से हुआ। महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो मंजुला उपाध्याय, हिन्दी विभाग की विभागाध्यक्षा प्रो मंजुला यादव,प्रो अमिता रानी सिंह,डा अपूर्वा अवस्थी, अंकिता पांडे, मेघना यादव एवं क्षितिज के समन्वयक जय सिंह उपस्थित रहे। महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो मंजुला उपाध्याय ने कहा कि हमें हिन्दी भाषा को पूरा सम्मान देते हुए अपनी मातृभाषा पर गर्व करना चाहिए,साथ ही अन्य भाषाओं को भी सीखना चाहिए।
काव्य पाठ के निर्णायक प्रो संगीता शुक्ला और डा नेहा अग्रवाल रहीं। प्रो संगीता शुक्ला ने कहा कि छात्राओं को काव्य पाठ करते समय स्वर के उतार चढ़ाव का ध्यान रखना चाहिए और जो संवेदना हमारे अंदर है वही कविता बन जाती है।
डा नेहा अग्रवाल ने कहा कि सभी प्रतिभागियों ने सुंदर प्रस्तुति दी है।
काव्य पाठ प्रतियोगिता में कुल 11प्रतिभागियो ने प्रतिभागिता किया। , फरहीन फातिमा ने हिंदी में ग़ज़ल सुनाते हुए कहा,अब बस भी कर ए जिंदगी, क्या मौत में बदलेगी तू,अब श्वेत है इन सबका खूं यहां।
बलिया बलिदान पर छात्रा ने वीर रस से परिपूर्ण कविता सुनाई।
काव्य पाठ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान गरिमा तिवारी, द्वितीय स्थान शांभवी गुप्ता, तृतीय स्थान फरहीन फातिमा एवं सांत्वना पुरस्कार मिताली पांडे और अंजू यादव को प्राप्त हुआ। कार्यक्रम का संचालन काव्योम संस्था की छात्रा रचिता ने किया।द्वितीय प्रतियोगिता भाषण प्रतियोगिता में कुल 14प्रतिभागियो ने प्रतिभागिता की । भाषण प्रतियोगिता का विषय भूमंडलीकरण और हिंदी रहा । छात्राओं ने कहा कि आज हम विश्व पटल पर हिंदी भाषा को देखते हैं इससे आज भी हिंदी की उपादेयता सिद्ध होती है ।भूमंडलीकरण के कारण हिंदी पर प्रतिस्पर्धात्मक दबाव है लेकिन हिंदी में वह शक्ति है कि वह अपना महत्व पूर्ण स्थान बनाये हुई है।
इस प्रतियोगिता की निर्णायक सदस्या प्रोफेसर शर्मिता नंदी अर्थशास्त्र विभागाध्यक्षा और प्रोफेसर ऋचा शुक्ला जंतु विज्ञान विभाग उपस्थित रहीं। इस प्रतियोगिता में विजेता छात्राओं को
प्रथम स्थान , द्वितीय स्थान, तृतीय स्थान और सांत्वना पुरस्कार
प्राप्त हुआ। कार्यक्रम का संचालन काव्योम संस्था की छात्रा रचिता ने किया। धन्यवाद ज्ञापन हिंदी विभाग के विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर मंजुला यादव ने किया।