लखनऊ : (मानवी मीडिया) प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टरों की लापरवाही से एक युवक की जान चली गई। घटना को लेकर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों का आरोप है कि मौत के बाद जब डॉक्टरों को शक हुआ तो हॉस्पिटल द्वारा फोन किया। पैसे लेकर मामले को रफा दफा करने का दबाव बनाया मामला ठाकुरगंज थाना क्षेत्र का है। मौके पर पहुंची पुलिस को तहरीर दी गई है। पुलिस का कहना है कि मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मामले की जांच की जा रही है।
दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मृतक सतीश कुमार (40) की पत्नी लक्ष्मी देवी के साथ उसके 6 बच्चे हैं। 5 लड़कियां और एक लड़का है। ऑपरेशन ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के एशियन हॉस्पिटल मे हुआ था। पहले ही कही गई थी किडनी निकालने की बात आरोप पर अस्पताल प्रबंध का कहना है कि किडनी खराब होने कि सूचना पेसेंट और उसके परिजनों को पहले ही दी गई थी। यह भी बताया गया था कि ऑपरेशन में किडनी निकालनी पड़ सकती है।
जिस पर परिजन तैयार थे। हॉस्पिटल परिसर में कोई हंगामा नहीं हुआ था। मरीज की मौत के बाद परिजनों द्वारा कुछ आरोप लगाए गए बाद में पुलिस बुला ली गई। कहा- पेट में इन्फेक्शन है नार्मल ऑपरेशन होगा पीड़ित रजनीश कुमार पूरनपुर पिपरगाव भरावन का रहने वाला है। 8 सितम्बर को बड़ा भाई ओम साई हॉस्पिटल लेकर पहुंचा। यहां डॉक्टर उमेश ने पेट में दर्द होना बताया। पेट में इन्फेक्शन होने के कारण ऑपरेशन करने की बात कही। पीड़ित ऑपरेशन कि बात सुनकर घबरा गया। डॉ. उमेश ने कहा कि ऑपरेशन नार्मल रहेगा।
जो दूरबीन द्वारा किया जाएगा। डॉ. ने एशियन हॉस्पिटल हरदोई रोड मंजूटंडन भेजा था। मौत के बाद बताया किडनी खराब थी डॉ. ने एशियन हॉस्पिटल हरदोई रोड मंजूटंडन भेज दिया। पीड़ित के भाई राजनीश ने सतीश (मृतक) को हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया। डॉक्टरों ने ऑपरेशन के बाद ब्लड के लिए भेज दिया। वापस आया तो हॉस्पिटल में सर्जन नहीं था। भाई की मृत्यु हो चुकी थी। पूछने पर बताया गया कि सतीश की एक किडनी खराब थी।