उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) कानपुर इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी यानी कि आईआईटी समय-समय पर लोगों से जुड़ी स्वास्थ्य की निगरानी के लिए गैजेट बनाकर देता रहा है. कई तरीके के शारीरिक स्वास्थ्य से संबंधित गैजेट आईआईटी कानपुर की ही देन हैं. अब कानपुर आईआईटी की एक डिवाइस जो कि आपके फोन से कनेक्ट होगी और 90 सेकंड में फेफड़े का हाल बता देगी.इस डिवाइस को अगले महीने बाजार में लाने की तैयारी भी कर ली गई है. आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञ वैज्ञानिकों का मानना है कि प्रदूषण की मार झेल रहे देशवासियों के लिए यह डिवाइस बेहद कारगर साबित होगी. ये डिवाइस उनके फेफड़ों से जुड़ा पूरा रिपोर्ट कार्ड बनाकर मोबाइल पर भेज देगी. आईआईटी कानपुर में एक्टीवेटेड स्टार्टअप में एक ऐसी डिवाइस तैयार की गई है, जिसकी मदद से अब प्रदूषण से खराब हो रहे फेफड़ों की वास्तविक स्थिति जानी जा सकेगी. इस डिवाइस को प्रदूषण की मार झेल रही दिल्ली में सबसे पहले बाजार में लाने की तैयारी है. महज ₹6000 की डिवाइस, जो कि आपके मोबाइल में अटैच होगी और उसके एप्लीकेशन को इंस्टॉल करने के बाद आपके फेफड़ों की पूरी तरह रिपोर्ट दे देगी.
उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) कानपुर इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी यानी कि आईआईटी समय-समय पर लोगों से जुड़ी स्वास्थ्य की निगरानी के लिए गैजेट बनाकर देता रहा है. कई तरीके के शारीरिक स्वास्थ्य से संबंधित गैजेट आईआईटी कानपुर की ही देन हैं. अब कानपुर आईआईटी की एक डिवाइस जो कि आपके फोन से कनेक्ट होगी और 90 सेकंड में फेफड़े का हाल बता देगी.इस डिवाइस को अगले महीने बाजार में लाने की तैयारी भी कर ली गई है. आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञ वैज्ञानिकों का मानना है कि प्रदूषण की मार झेल रहे देशवासियों के लिए यह डिवाइस बेहद कारगर साबित होगी. ये डिवाइस उनके फेफड़ों से जुड़ा पूरा रिपोर्ट कार्ड बनाकर मोबाइल पर भेज देगी. आईआईटी कानपुर में एक्टीवेटेड स्टार्टअप में एक ऐसी डिवाइस तैयार की गई है, जिसकी मदद से अब प्रदूषण से खराब हो रहे फेफड़ों की वास्तविक स्थिति जानी जा सकेगी. इस डिवाइस को प्रदूषण की मार झेल रही दिल्ली में सबसे पहले बाजार में लाने की तैयारी है. महज ₹6000 की डिवाइस, जो कि आपके मोबाइल में अटैच होगी और उसके एप्लीकेशन को इंस्टॉल करने के बाद आपके फेफड़ों की पूरी तरह रिपोर्ट दे देगी.