बेंगलुरु : (मानवी मीडिया) वैयालिकावल में हुई महालक्ष्मी की भयानक हत्या के पीछे अनैतिक संबंध कारण हो सकता है, पुलिस को शक है। इस सिलसिले में मृतका के एक दोस्त को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मृतका के घर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे और उसके मोबाइल कॉल रिकॉर्ड की जांच के बाद पुलिस को हत्यारे का सुराग मिला है। अधिकारियों ने बताया कि इस वारदात को मृतका के करीबी दोस्त ने ही अंजाम दिया है,
इसी शक के आधार पर उसके करीबी लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पारिवारिक कलह के चलते नौ महीने पहले ही अपने पति से अलग हुई महालक्ष्मी, वैयालिकावल के पास एक प्रतिष्ठित दुकान में सेल्स गर्ल का काम करती थी। इस दौरान उसकी एक युवक से दोस्ती हुई। पुलिस को शक है कि इसी दोस्ती में उपजी कटुता हत्या का कारण बन गई होगी। अपने पति से अलग होने के कारण महालक्ष्मी के माता-पिता भी उससे नाराज थे।
इसलिए वह वैयालिकावल में अकेली रहती थी। अपने सहकर्मियों के साथ खुश रहने वाली महालक्ष्मी अपनी निजी जिंदगी के बारे में किसी से बात नहीं करती थी। 12 सितंबर को उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया था। पुलिस का कहना है कि उस दिन उसके घर कोई परिचित ही आया होगा, जिसने हत्या को अंजाम दिया।
हत्या से पहले झगड़ा?
महालक्ष्मी के घर में आरोपी जबरदस्ती नहीं घुसा था। इसके अलावा, हत्या से पहले खुद पर हमला करने की कोशिश करने वाले आरोपी का महालक्ष्मी ने विरोध किया। सूत्रों ने बताया कि इस दौरान उसने आरोपी के हाथ पर काट लिया और उससे हाथापाई की।
मांस काटने वाला चाकू
कहा जा रहा है कि खुद का जमकर विरोध करने पर आरोपी गुस्से में आ गया और चाकू से वार कर दिया। इसके बाद उसने मांस काटने वाले चाकू से महालक्ष्मी के शरीर के कई टुकड़े कर दिए।
अलग-अलग हिस्सों की जांच
आरोपी ने महालक्ष्मी के शव के 30 से ज्यादा टुकड़े कर फ्रिज में रख दिया और फरार हो गया। पुलिस ने शव के इन टुकड़ों को अलग-अलग करके पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजा। बताया जा रहा है कि बैग में बंद शव के टुकड़ों को जोड़कर पोस्टमॉर्टम करना डॉक्टरों के लिए एक चुनौती थी। पोस्टमॉर्टम के लिए 59 टुकड़े जोड़कर डॉक्टर थक गए, हत्या के तरीके से सभी हैरान थे!
परिवार को सौंपा गया शव
विक्टोरिया अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस ने शव परिवार को सौंप दिया। इस दौरान मृतका के परिजन बिलख पड़े।