लखनऊ : (मानवी मीडिया) भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय, उ०प्र०, लखनऊ में शुक्रवार को राज्य भूवैज्ञानिक कार्यक्रयी परिषद की 49वीं बैठक आहूत की गयी। बैठक की अध्यक्षता प्रमुख सचिव, भूतत्व एवं खनिकर्म, उ०प्र शासन अनिल कुमार ने की।
बैठक में भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय की निदेशक माला श्रीवास्तव (आई०ए०एस०) के साथ भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण, उत्तरी क्षेत्र, लखनऊ के वी०पी० गौड़, उपमहानिदेशक, हेमन्त कुमार, निदेशक तकनीकी समन्वय प्रभाग, पुष्पेश नारायण, निदेशक, शैलेन्द्र कुमार राय, अनुसचिव, वित्त विभाग, ध्रुवसेन सिंह, प्रोफेसर व विभागाध्यक्ष, लखनऊ विश्वविद्यालय, तथा भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय, लखनऊ के डॉ० नवीन कुमार दास, अपर निदेशक/ प्रभारी अन्वेषण, अमित कौशिक, संयुक्त निदेशक के साथ-साथ समिति के अन्य सदस्यों द्वारा भी ऑनलाइन माध्यम से प्रतिभाग किया गया बैठक में पूर्व में अनुमोदित 05 खनिज अन्वेषण कार्यक्रमों (पी०जी०ई० समूह की धातुओं, पोटाश, लौह अयस्क एवं लाइमस्टोन) की प्रगति की समीक्षा की गयी।
परियोजनाओं के सम्बन्ध में निदेशक, भूतत्व एवं खनिकर्म द्वारा पी०पी०टी० के माध्यम से कार्यों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया गया, जिसमें उपमहानिदेशक, जी०एस०आई०, बैठक में उपस्थित अन्य सदस्यों द्वारा अब तक किये गये अन्वेषण कार्यों की प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सकारात्मक सुझाव दिये गये। प्रमुख सचिव, ने भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग द्वारा किये गये अन्वेषण कार्यों प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त किया तथा भविष्य में चलायी जाने वाली परियोजनाओं में सदस्यों द्वारा दिये गये सुझावों को सम्मिलित करते हुए कार्य योजना बनाकर कार्य करने के निर्देश दिये गये।
गौरतलब है कि भूतत्व एवं खनिकर्म से सम्बन्धित विषयों पर सरकार को परामर्श देने तथा भौमकीय कार्यों में लगे विभागों कार्यक्रमों का समन्वय एवं मूल्यांकन करने, खनिज विकास के कार्यक्रमों परियोजनाओं की प्राथमिकता पर विचार करने, भूवैज्ञानिकों, खान अधिकारियों आदि के प्रशिक्षण इत्यादि का प्रबन्ध करने के लिये उत्तर प्रदेश शासन द्वारा राज्य भूवैज्ञानिक कार्यक्रयी परिषद का गठन किया गया है।